अमरावतीमहाराष्ट्र

ठाट-बाट के साथ ढोल ताशे के निनाद में निकली शिव की बारात

श्री सिध्देश्वर महादेव मंदिर में शिव पार्वती विवाह

अमरावती/दि.28-स्थानीय श्री सिध्देश्वर महादेव मित्र परिवार की ओर से आयोजन समिति अध्यक्ष सौरभ राउत की अध्यक्षता में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था. जिसमें शाम को विलास नगर स्थित हिन्दू स्मशान भूमि से भगवान शिव की ठाट- बाट के साथ ढोल-ताशे के निनाद में बारात निकाली गई. बारात मोसीकॉल जिन स्थित श्री सिध्देश्वर महादेव मंदिर में पहुंची जहां भगवान शिव- पार्वती का विवाह संपन्न हुआ. विवाह समारोह में परिसर के हजारों भाविक बाराती बनकर शामिल हुए.
प्राचीन कथा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव व माता पार्वती का विवाह हुआ था. उस समय भगवान शिव की अनोखी बारात निकली थी. सभी देवी- देवताओं सहित भूत- प्रेत भी शामिल हुए थे. माता-पार्वती ने राजा हिमालय के घर पुत्री के रूप में जन्म लिया था. उन्होंने कठोर तपस्या की जिसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. भगवान भोलेनाथ की बारात में भूत-प्रेत, पिशाच, देव, दैत्य, गंधर्व, नाग, किन्नर, यक्ष, ब्रम्हराक्षस, असुर आदि शामिल हुए थे.
श्री सिध्देश्वर महादेव संस्थान द्बारा इस आधुनिक दौर में भी भगवान शिव की बारात बुधवार की शाम विलास नगर स्थित स्मशान भूमि से निकाली गई. बारात में महादेव के गण, नंदी, भूत- प्रेत की वेशभूषा साकार कर भाविक भक्त बारात में शामिल हुए. बम- बम भोले के जयघोष और ढोले ताशे के निनाद में सभी बाराती बने भक्त थिरकते हुए नजर आए. विलास नगर स्थित स्मशान भूमि से निकली भगवान शिव की बारात नगर भ्रमण करती हुई मोसीकाल स्थित श्री सिध्देश्वर मंदिर पहुंची. जहां बारात का शानदार तरीके से स्वागत किया गया और भगवान शिव- पार्वती का विवाह संपन्न करवाया गया. उसके पश्चात सभी उपस्थित भाविकों को प्रसाद स्वरूप साबूदाना खिचडी और फलों का वितरण किया गया.

* वरूण नागरिया ने शिव व चंचल नागरिया ने माता पार्वती की साकार की भूमिका
भगवान शिव और पार्वती के विवाह समारोह में परिसर निवासी वरूण नागरिया ने भगवान शिव तथा चंचल नागरिया ने माता पार्वती की वेशभूषा साकार की. वही बाल गणेश की वेशभूषा में माहीर नागरिया व भगवान शिव के वाहन नंदी की वेशभूषा में बादल थडवा ने सभी को आकर्षित किया. परिसर को इस तरह से सजाया गया था मानो सचमुच में भगवान का विवाह समारोह स्वर्ग में संपन्न हो रहा है, ऐसा लग रहा था.

* मंदिर में लगा भाविकों का तांता
महाशिवरात्रि के पर्व पर मोसीकॉल जीन के शिव मंदिर में भाविकों का दर्शन के लिए तांता लगा. आदिकाल के बॉम्बे फैल अर्थात मोसीकॉल जीन में श्री संत गजानन महाराज के हाथों मंदिर का शिलान्यास किया गया था. विलास नगर के युवाओं ने मंदिर का जीर्णोद्बार करवाया. महाशिवरात्रि महोत्सव पर मंदिर को रोशनाई से सजाया गया. बुधवार को सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की कतारे ं दर्शन के लिए लगी. यहां दर्शन के लिए दूर- दूर से लोग आते है और मंदिर को भेंट देकर दर्शन का लाभ लेते हैं.

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