घटना से पुलिस महकमे में मची खलबली
वर्धा/ दि. 10- जनता की सुरक्षा के लिए हमेशा पुलिस तत्पर रहती है. परंतु रक्षा ही भक्षक बन जाए कोई पुलिस अधिकारी हैवान बन जाता है तो न्याय कहा मांगा जाए. ऐसा प्रश्न निर्माण होता है. ऐसी एक चौंकानेवाली सनसनीखेज घटना हिंगणघाट शहर में उजाकर हुई है. शिकायत देने के लिए गई 24 वर्षीय पीडित युवती की शिकायत न लेते हुए उसके आक्षेपयुक्त वीडियों तैयार कर उसकी बार- बार आबरू लूटी. 6 मार्च को हिंगणघाट पुलिस थाने में थानेदार संपत चव्हाण के खिलाफ बलात्कार करने का अपराध दर्ज किया गया. ऐसी जानकारी पुलिस से मिली है.
मिली जानकारी के अनुसार पीडित युवती उसके पिता के खिलाफ 5 अगस्त 2021 के दिन हिंगणघाट पुलिस थाने में शिकायत देने के लिए गई थी. ड्यूटी पर तैनात थानेदार संपत चव्हाण ने मे तेरी मदद करता हूॅ. परंतु तु मुझसे दोस्ती कर ऐसा कहा. पीडित युवती ने मना कर दिया तो मैं तेरी शिकायत नहीं लूंगा. ऐसा चव्हाण ने कहा. मैं वरिष्ठों के पास शिकायत करूंगी ऐसा कहकर युवती पुलिस थाने से निकली. मगर 19 अगस्त 2021 को संपत चव्हाण रात 9 बजे पीडित युवती के घर पहुंचा और धमकी देते हुए एफआईआर दर्ज करता हूॅ. ऐसा कहा. काफी दिन बीतने के बाद भी शिकायत दर्ज न होने के कारण पीडित युवती ने फिर से विनती की. परंतु चव्हाण ने युवती को एफआईआर दर्ज कराना हो तो शारीरिक संबंध स्थापित करने का कहते हुए युवती पर जोर जबर्दस्ती बलात्कार किया और वह वीडियों तैयार कर युवती को ब्लैक मेल करने की शुरूआत की. अप्रैल 2022 तक कई बार उसकी आबरू लूटी ऐसा आरोप युवती ने शिकायत में लगाया.
* शिकायत न दर्ज करने के लिए स्वीकारे 35 हजार रूपए
पीडित लडकी के पिता ने मार्च 2022 में संपत चव्हाण को शिकायत न लेने के लिए 35 हजार रूपए का चेक दिया. ऐसा बताकर उसका फोटो भी पीडित युवती को दिखाया. खास बात यह है कि वह चेक हिंगणघाट के बैंक में चव्हाण की पत्नी के खाते में जमा किया है. तेरी शिकायत नहीं लेंगे. ऐसा भी बताया. आरोपी ने पूरी जानकारी थानेदार संपत चव्हाण को दी है. ऐसा आरोप भी पीडित युवती ने शिकायत में लगाया है.
* शिकायत लेने के बाद थानेदार छुट्टी पर
पीडित युवती ने 6 मई 2022 को फिर पुलिस थाने में जाकर विनती की तब चव्हाण ने एफआईआर दर्ज करते हुए तेरे पिता पर कार्रवाई नहीं होगी. वे वरिष्ठ नागरिक है, ऐसा बताया. इसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने थानेदार चव्हाण को सख्ती की छुट्टी पर भिजवाया. छुट्टी से लौटने के बाद भी 27 दिसंबर 2022 को फिर से संपत चव्हाण ने वीडियों के आधार पर ब्लैक मेल करते हुए युवती की आबरू लूटी.
* पुलिस अधीक्षक के मेल पर भिजवाई शिकायत
पीडित युवती ने 21 दिसंबर 2022 को हिंगणघाट पुलिस थाने में संपत चव्हाण के खिलाफ शिकायत देने के लिए गई थी. तत्कालीन एसडीपीओ सोमनाथ टापरे ने हमारे अधिकारी के खिलाफ शिकायत तत्काल नहीं ले सकते. पहले एसपी को भिजवाना पडेगा, ऐसा बताया. आखिर पीडित युवती ने 31 अगस्त 2022 को वह शिकायत सीधे पुलिस अधीक्षक के मेल पर की. ऐसा शिकायत में उल्लेख किया गया है.