मुंबई मेें बम लगाये जाने की खबर से हडकंप
अमरावती से गई थी डीजी ऑफिस को फोन कॉल
* कॉल मिलते ही पूरा पुलिस महकमा हिला
* कॉल करने वाले प्रवीण घोरड को तुरंत लिया गया हिरासत में
* राजापेठ पुलिस सहित एटीएस कर रही कडाई से पूछताछ
अमरावती/दि.30 – आज दोपहर करीब पौने 2 बजे अमरावती से लेकर मुंबई तक पुलिस महकमे में उस समय हडकंप मच गया, जब अमरावती में रहने वाले एक व्यक्ति ने सीधे मुंबई स्थित महाराष्ट्र पुलिस के डीजी यानि पुलिस महासंचालक के कार्यालय को फोन लगाकर सूचना दी कि, मुंबई में बम विस्फोट हो सकता है और कुछ स्थानों पर बम लगाये गये है. इस कॉल को बेहद गंभीरता से लेते हुए डीजी ऑफिस ने इसकी सूचना मुंबई पुलिस सहित अमरावती पुलिस को दी. जिसके बाद जहां मुंबई पुलिस द्वारा मुंबई में संभावित स्थानों पर बम की खोज करनी शुरु की गई. वहीं दूसरी ओर अमरावती पुलिस ने कॉल करने वाले व्यक्ति को खोजना शुरु किया और कुछ ही समय के भीतर राजापेठ पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत नवाथे अंडरपास से निकट स्थित चक्रधर नगर में रहने वाले प्रवीण विश्वासराव घोरड नामक 50 वर्षीय व्यक्ति को खोज निकाला गया. जिसे पूछताछ हेतु राजापेठ पुलिस थाने लाया गया. जहां पर एटीएस यानि आतंकवाद निरोधी दस्ता भी इस व्यक्ति से पूछताछ करने हेतु पहुंच गया था. समाचार लिखे जाने तक इस व्यक्ति से पूछताछ जारी थी तथा पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह व्यक्ति पूछताछ के दौरान मानसिक तौर पर असंतुलित दिखाई दिया तथा इधर-उधर की गोलमोल बाते कर रहा था.
मिली जानकारी के मुताबिक केबल ऑपरेटर का काम करने वाले प्रवीण घोरड ने आज दोपहर 1.35 बजे सबसे पहले पुलिस कंट्रोल रुम के पुराने नंबर ‘डायल 100’ पर 5 बार फोन कॉल किया. जिसके बाद उसने 1.41 बजे ‘डायल 112’ सहित मुंबई स्थित डीजी कार्यालय के हेल्पलाइन क्रमांक पर 4 बार फोन कॉल लगाई और बताया कि, मुंबई में कुछ लोगों ने बम विस्फोट करने की योजना बनाई है तथा मुंबई में कुछ स्थानों पर बम भी लगाए गये है. यह सूचना मिलते ही अमरावती से लेकर मुंबई तक पुलिस महकमे के हाथ-पांव फूल गये तथा पूरा महकमा आनन-फानन में काम पर लग गया. पश्चात कॉल करने वाले व्यक्ति के मोबाइल नंबर के आधार पर उसका लोकेशन खोजा गया और राजापेठ पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत चक्रधर नगर में रहने वाले प्रवीण घोरड को तुरंत ही पूछताछ हेतु हिरासत में लिया गया. प्रवीण घोरड को हिरासत में लेने के बाद पूछताछ शुरु करते ही पुलिस अधिकारियों ने कुछ हद तक राहत की सांस ली, क्योंकि एक फोन कॉल से पूरे पुलिस महकमें को हिला देने वाला प्रवीण घोरड खुद मानसिक तौर पर ‘हिला हुआ’ दिखाई दिया. लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने पूरी गंभीरता के साथ प्रवीण घोरड से कई सवाल किये. जिसके जवाब मेें प्रवीण घोरड इधर-उधर की गोलमोल बाते कर रहा था. साथ ही उसने पुलिस से यह भी कहा कि, मुंबई में बम फटने वाले है. इसकी जानकारी तो इंटेलिजेन्स ब्यूरो यानि आईबी के पास भी है तथा उसे कही से इसका पता चल गया था, तो उसने एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते इसकी सूचना पुलिस को दी.
* इससे पहले भी फोन करके दी थी दंगा होने की सूचना
प्रवीण घोरड से पूछताछ जारी रहने के दौरान ही यह जानकारी भी सामने आयी कि, प्रवीण घोरड ने इससे पहले नवंबर 2022 में अमरावती शहर पुलिस को फोन करते हुए अमरावती शहर में दंगा होने की सूचना दी थी. हालांकि संयोग से उस समय 12 व 13 नवंबर को अमरावती शहर में वाकई दंगा हुआ भी था. इस जानकारी के सामने आते ही अमरावती शहर पुलिस व एटीएस के दल ने प्रवीण घोरड को हल्के में लेने की बजाय उसके साथ पूरी गंभीरता से पूछताछ करनी शुरु की है.
* प्रवीण का चल रहा मनोचिकित्सक के यहां इलाज
इसी बीच आज दोपहर राजापेठ पुलिस थाने में प्रवीण घोरड के परिजन भी पहुंच गये, जिन्होंने प्रवीण घोरड के स्वास्थ्य व इलाज से जुडी फाइल को पुलिस अधिकारियों के सामने पेश करते हुए दावा किया कि, प्रवीण घोरड का शहर के एक मनोचिकित्सक के यहां इलाज चल रहा है और प्रवीण घोरड एक तरह से मनोरुग्ण है. अत: उसके साथ नरमी बरती जाये. इस बात को ध्यान में रखने के साथ ही बम विस्फोट जैसी गंभीर सूचना व धमकी देने वाले प्रवीण घोरड के साथ पुलिस अधिकारियों द्वारा तमाम आवश्यक पूछताछ की जा रही है.
* खूद डीजी ने किया था सीपी रेड्डी को फोन
अमरावती से आयी एक फोन कॉल के जरिए मुंबई में विस्फोट हेतु बम लगाये जाने की सूचना मिलने की जानकारी मिलते ही खुद राज्य के पुलिस महासंचालक ने अमरावती के शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी को मुंबई से फोन करते हुए इस मामले में व्यक्तिगत तौर पर गंभीरतापूर्वक ध्यान देने का निर्देश दिया था. जिसके चलते सीपी रेड्डी के निर्देश पर अमरावती शहर पुलिस कॉल करने वाले व्यक्ति की खोज में जुट गई थी और फिर प्रवीण घोरड को खोज निकाला गया. जिसकी सूचना सीपी रेड्डी के कार्यालय से डीजी ऑफिस को भी दी गई. वहीं प्रवीण घोरड से कडाई के साथ पूछताछ करनी शुरु की गई.