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साल 2019 में सिर्फ 63 लाख का निधि खर्च
अमरावती/दि.18 – कोरोना महामारी काल के दरमियान सरकारी विभागों के खर्च में कटौती की गई है. लेकिन प्रत्येक विभाग पर मास्क, दस्ताने खरीददारी का अतिरिक्त बोझ बढा है. कोरोना प्रादुर्भाव के चलते 31 जुलाई 2020 से लेकर तो 30 जून 2021 तक मास्क व दस्ताने खरीददारी में कुल 3 करोड 16 लाख 619 रुपए का निधि खर्च हुआ है. जिनका उपयोग कार्यालयीन कामकाज के साथ ही नागरिकों के बीच वितरित किए जाने में किया गया है. जबकि वर्ष 2019 में सरकारी विभागों व्दारा उपयोग तथा वितरण के लिए 63 लाख रुपए की सामग्री खरीदी गई थी.
कोरोना संक्रमण काल में राज्य सरकार के अधिन आनेवाले विभिन्न विभागों के खर्च का जो ब्यौरा जिला कोषागार कार्यालय को उपलब्ध कराया गया है, उसके अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं से जुडे विभाग तथा कार्यालयीन कामकाज में उपयोग के दृष्टि से जिप, मनपा, नगरपंचायत व अन्य सरकारी आस्थापनाओं की ओर से बडे पैमाने पर मास्क व हाथों में पहने जाने वाले दस्तानों की खरीददारी की गई है तथा सैनेटाइजर के खर्च को इसके अलग दर्शाया गया है. इतना ही नहीं तो सैनेटाइजर की निर्मिति महिला बचत गटों के माध्यम से की गई है. जिसके लिए कुल 1 करोड 88 लाख रुपए खर्च होने की जानकारी मिली है.
अमरावती जिले के लिए मास्क उपलब्ध कराने में सबसे अहम भूमिका जिला मध्यवर्ती कारागृह में सजा भुगत रहे कैदियों ने निभाई है. 1 अप्रैल 2020 से लेकर अब तक तकरीबन साढे चार लाख मास्क अमरावती के सेंट्रल जेल में तैयार किये गए है. मास्क के अलावा तकरीबन 50 हजार दस्ताने तैयार करने का काम भी जेल कैदियों ने ही किया है.