अमरावती/दि.27– इस बार खरीफ फसलों के लिए 1 लाख 14 हजार 940 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का स्टॉक मंजुर किया गया है. जिसकी ऐवज में कितना स्टॉक मिलता है, इस पर खरीफ फसलों की स्थिति निर्भर करेगी. इस समय जिले में डीएपी खाद का केवल 200 मेट्रिक टन का ही स्टॉक उपलब्ध है. ऐसे में यदि खरीफ के लिए खाद की आपूर्ति कम होती है, तो किल्लत पैदा होने की पूरी संभावना है. वहीं दूसरी ओर यदि रबी फसलों के लिए रासायनिक खाद का उठाव होता है, तो खरीफ फसलों के लिए वृध्दिंगत आपूर्ति होने की पूरी संभावना है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक कृषि आयुक्तालय स्तर से जिले के लिए आवंटन मंजुर किया जा चुका है. किंतु अब भी आपूर्ति काफी कम प्रमाण में हुई है. जिसके चलते किसानों की चिंता काफी बढ गई है.
ज्ञात रहें कि, सर्वाधिक मांग युरिया खाद की रहती है. जिसके लिए 29 हजार 930 मेट्रिक टन आवंटन मंजूर है. वहीं जिले में इस समय 5 हजार मेट्रिक टन खाद का स्टॉक ही उपलब्ध है. ऐसे में यदि स्वीकृत आवंटन की तुलना में यूरिया की आपूर्ति कम होती है, तो यूरिया खाद के किल्लत का सामना करना पड सकता है. यहां यह भी ध्यान रखना होगा कि, रूस-युक्रेन युध्द की वजह से बाजार में खाद के कच्चे माल की आपूर्ति भी काफी हद तक बाधित होने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक खरीफ फसलों के लिए 13 अप्रैल तक 2 हजार 397 मेट्रिक टन खाद की आपूूर्ति हुई है. वहीं रबी सीझन में से 20 हजार 970 मेट्रिक टन का स्टॉक उपलब्ध है. उपलब्ध स्टॉक में से 1 हजार 922 मेट्रिक टन खाद की बिक्री हो जाने के उपरांत जिले में 21 हजार 445 मेट्रिक टन का स्टॉक उपलब्ध है. ऐसी जानकारी कृषि विभाग द्वारा दी गई है.
* डीएपी को सिंगल सुपर फॉस्फेट का पर्याय
डीएपी की किल्लत न हो और उसका अनावश्यक प्रयोग भी न हो, इस बात के मद्देनजर कृषि विभाग द्वारा सिंगल सुपर फॉस्फेट का पर्याय सुझाया गया है. इस खाद के प्रयोग की वजह से जमीन की उपज क्षमता सुधरती है और उसमें से आम्लता व चिकनाई निकल जाती है. साथ ही जमीन में सछिद्रता बढकर जमीन भुर-भुरी हो जाती है. वहीं फसल के पत्तों में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया भी बढती है.
* खरीफ के लिए मंजुर खादनिहाय आवंटन
इस बार खरीफ के लिए कृषि आयुक्तालय स्तर से 1 लाख 14 हजार 940 मेट्रिक टन रासायनिक खादों का आवंटन मंजुर किया गया है. जिसमें 29 हजार 930 मेट्रिक टन यूरिया, 23 हजार 120 मेट्रिक टन डीएपी, 27 हजार 430 मेट्रिक टन संयुक्त खाद, 27 हजार 500 मेट्रिक टन एसएसपी, 7 हजार 140 मेट्रिक टन एमओपी खाद का समावेश है. इस बार अमोनियम सल्फेट व मिश्र खाद का कोई आवंटन मंजुर नहीं किया गया है.