अमरावतीमहाराष्ट्र

संपूर्ण फैमिली शॉपिंग के लिए ‘श्रद्धा फैमिली शॉपी एंड मॉल’ बना हब

पिछले दो दशक से बरकरार रहे ग्राहकों का विश्वास

* बिझी लैंड मार्केट में 20 हजार स्क्वेअर फीट में विस्तारीत रही यह शोरुम
* जल्द ही एक लाख स्क्वेअर फीट में होगा इस प्रतिष्ठान का विस्तार
* उत्तम सेवा ग्राहकों को देना संचालकों की प्राथमिकता
अमरावती/दि. 2– स्त्री के सौंदर्य को गहनों के साथ कपडे भी निखारते है. भारतीय संस्कृति में महिलाओं का पोशाक ‘साडी’ माना गया है. इस कारण पौराणिक काल से महिलाएं ज्यादा समय साडियों में ही नजर आई. धर्म, जाति के अनुसार इस पोशाक को आधुनिकीकरण का फ्लेवर चढाया गया. लेकिन आज भी महिलाएं जब नववारी, साडी परिधान करती हैं, तो देखने वालों की नजरें रुक जाती है. इसी पारंपरिक पोशाक के साथ कपडा व्यापार में अपनी जगह बनानेवाले ‘श्रद्धा’ परिवार ने समय के साथ खुद को ब्रांड बना लिया है. 18 साल की कडी मेहनत और संचालकों के प्रति ग्राहकों का विश्वास ‘श्रद्धा साडीज’ और ‘श्रद्धा फैमिली शॉप’ सफलता को ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित हुआ है.
साल 2006 में रमेश गिडवानी, सुरेड गिडवानी तथा पूरण लाला ने गारमेंट की दुनिया में अपना पहला कदम रखा. उस समय सामान्य से लेकर मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाओं को किफायती दाम में डिजाइनर साडियों का कलेक्शन उपलब्ध करवाने का निर्णय लेते हुए जयस्तंभ चौक स्थित तखतमल इस्टेट में प्रतिष्ठान का शुभारंभ किया गया. उस समय यह प्रतिष्ठान ‘श्रद्धा साडिज’ के नाम से जाना गया. धीरे-धीरे संचालकों की सेवा का विस्तार होता गया. 10 बाय 10 का यह प्रतिष्ठान समय के साथ अपना रुख बदलने लगा. ग्राहकों डिमांड पर साडियों का कलेक्शन भी बढता गया. साथ ही ग्राहकों का विश्वास गहराता गया. वर्ष 2011 यानी करीब 5 वर्ष बाद ‘श्रद्धा साडिज’ का बडे शोरुम में विस्तार हुआ. इस विस्तार के साथ श्रद्धा साडिज ने अपना रुख बदलते हुए 5 हजार स्क्वेअर फीट के प्रतिष्ठान का निर्माण किया. यहां ग्राहकों को जहां पहले मात्र 500 रुपए तक वस्त्र मिलते थे उनकी कीमते और समय के साथ स्टाईल भी बदलने लगी. अब महिलाओं को डिजाइनर कलेक्शन के साथ पैठणी, सिल्क साडियां, कांजीवरम, बनारसी साडियां भी उपलब्ध होने लगी. वर्ष 2018 में श्रद्धा साडिज के संचालकों ने इसका विस्तार करते हुए बोरगांव धर्माले स्थित कपडों के होलसेल हब बिझी लैंड में श्रद्धा साडिज के भव्य शोरुम का शुभारंभ किया. यहां करीब 20 हजार स्क्वेअर फीट में निर्मित प्रतिष्ठान का नामकरण करते हुए श्रद्धा साडिज अब श्रद्धा फैमिली शॉप के नाम से विख्यात हुआ. यहां अब 500 रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक रेंज में महिलाएं, पुरुष और बच्चों के लिए एक ही छत के नीचे आकर्षक और डिजाइनर कपडों का कलेक्शन उपलब्ध करवाया जाता है. यही नहीं बल्कि अब दूल्हा-दूल्हन के लुक को और भी आकर्षक बनाने श्रद्धा फैमिली शॉप में कपडों का वेडींग कलेक्शन भी रखा गया है. जिसके कारण अब ग्राहकों का श्रद्धा फैमिली शॉप पहली पसंद बनता जा रहा है.

* प्रतिष्ठान का जल्द और विस्तार
श्रद्धा परिवार के लिए सेवा व सही मूल्य हमेशा अग्रणी रहे है. जिसके कारण श्रद्धा परिवार ने कम समय में ग्राहकों के दिलो में अपनी अलग जगह बनाई है. यही कारण है कि, तीज त्यौहार हो या पारिवारिक कार्यक्रम ग्राहकों की पहली पसंद ‘श्रद्धा’ होता है. इसी विश्वास को आगे कायम रखते हुए आनेवाले समय में ‘श्रद्धा फैमिली शॉपी’ का जल्द ही आनेवाले समय में भव्य विस्तार किया जा रहा है. एक लाख स्क्वेअर फीट वातानुकुलित शोरुम बनने जा रहा है. जहां ग्राहकों को और अधिक कपडों की वेरायटी के साथ अपने लुक को निहारने का मौका मिलेगा.

* ग्राहकों का विश्वास जीता
तीन दोस्तों ने मिलकर ‘श्रद्धा साडिज’ की नीव रखी थी. लेकिन समय के साथ इस परिवार का भी प्रतिष्ठान विस्तारित होता गया. आज परिवार में रमेशलाल गिडवानी, सुरेश गिडवानी, पूरण लाला के साथ रोशन लाला, अमित सेवानी, सागर गिडवानी, राजेश भाटिया, सुरेश पंजवानी, दिलीप साबवानी, विजय गिडवानी का समावेश है. यह परिवार इस नीव को मजबूती प्रदान करने तथा ग्राहकों को बेहतरीन सेवा देने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निष्ठा एवं विश्वास के साथ निभा रहे है. जिसके कारण ‘श्रद्धा’ आज अपने आप में एक ब्रांड बन चुका है.

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