अमरावती

‘श्रद्धा फैमिली शॉपिंग एण्ड मॉल’ ने खुद को ब्राण्ड बनाया

*साल की परंपरा के साथ आज भी बरकरार है ग्राहकों का विश्वास, लेडिज वियर के साथ संपूर्ण फैमिली शॉपिंग का बना हब

अमरावती/दि.14– स्त्री के सौंदर्य को गहनों के साथ कपड़े भी निखारते हैं. भारतीय संस्कृति में महिलाओं का पोशाक ‘साड़ी’ माना गया है. इस कारण पौराणिक काल से महिलाएं ज्यादा समय साड़ियों में ही नजर आई. धर्म, जाति के अनुसार इस पोशाक को आधुनिकीकरण का कलेवर चढ़ाया गया, लेकिन आज भी महिलाएं जब नववारी, साड़ी परिधान करती हैं, तो देखने वालों की नजरें रुक जाती हैं. इसी पारंपारिक पोशाक के साथ कपड़ा व्यापार में अपनी जगह बनाने वाले ‘श्रद्धा’ परिवार ने समय के साथ खुद को ब्रान्ड बना लिया है. 17 साल की कड़ी मेहनत और संचालकों के प्रति ग्राहकों का विश्वास ‘श्रद्धा साड़ीज्’ और ‘श्रद्धा फैमिली शॉप’ सफलता की ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित हुआ है.

वर्ष 2006 में रमेश गिडवानी, सुरेश गिडवानी तथा पुरण लाला ने गारमेंट की दुनिया में अपना पहला कदम रखा. उस समय सामान्य से लेकर मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाओं को किफायती दाम में डिजाइनर साड़ियों का कलेक्शन उपलब्ध करवाने का निर्णय लेते हुए जयस्तंभ चौक स्थित तखतमल इस्टेट में प्रतिष्ठान का शुभारंभ किया गया. उस समय यह प्रतिष्ठान ‘श्रद्धा साड़ीज्’ के नाम से जाना गया. धीरे-धीरे संचालकों की सेवा का विस्तार होता गया. 10 बाय 10 का यह प्रतिष्ठान समय के साथ अपना रुप बदलने लगा. ग्राहकों की डिमांड पर इस प्रतिष्ठान में साड़ियों का कलेक्शन भी बढ़ता गया. साथ ही ग्राहकों का विश्वास और गहराता गया.
साल 2011 यानी करीब पांच वर्ष बाद ‘श्रद्धा साड़ीज्’ का बड़े शोरुम में विस्तार हुआ. इस विस्तार के साथ ‘श्रद्धा साड़ीज्’ का रुप बदलते हुए 5 हजार स्क्वे. फीट के प्रतिष्ठान का निर्माण किया गया. यहां ग्राहकों को जहां पहले मात्र 500 रुपये तक के वस्त्र मिलते थे. उनकी कीमतें और समय के साथ स्टाइल भी बदलने लगा. अब महिलाओं को डिजाइनर कलेक्शन के साथ पैठणी, सिल्क, कांजीवरम, बनारसी साड़ियां भी उपलब्ध होने लगीं.

साल 2018 में ‘श्रद्धा साड़ीज्’ के संचालकों ने अपने प्रतिष्ठान का विस्तार बोरगांव धर्माले स्थित कपड़ों के होलसेल हब बिजीलैंड में ‘श्रद्धा साड़ीज्’ के भव्य शोरुम का शुभारंभ कर किया. यहां करीब 20 हजार स्क्वे. फीट में निर्मित प्रतिष्ठान का नामकरण करते हुए ‘श्रद्धा साड़ीज्’ अब ‘श्रद्धा फैमिली शॉप’ के नाम से विख्यात हुआ. यहां अब 500 रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक की रेंज में महिलाएं, पुरुष और बच्चों के लिए एक ही छत के नीचे आकर्षक और डिजाइनर कपड़ों का कलेक्शन उपलब्ध करवाया जाता है. केवल यही नहीं, अब दूल्हा-दुल्हन के लुक को और भी आकर्षक बनाने ‘श्रद्धा फैमिली शॉप’ में कपड़ों का वेडिंग कलेक्शन भी रखा गया है. जिसके कारण ‘श्रद्धा फैमिली शॉप’ अब ग्राहकों की पहली पसंद बनता जा रहा है.

* पूरणलाला समेत गिडवानी परिवार ने जीता ग्राहकों का दिल
तीन दोस्तों के साथ मिलकर ‘श्रद्धा साड़ीज्’ की नींव रखी थी. लेकिन समय के साथ इस शॉपिंग मॉल का भी विस्तार होता गया. आज परिवार में रमेशलाल गिडवानी, सुरेश गिडवानी, पूरण लाला के साथ रोशन लाला, अमित सेवानी, सागर गिडवानी, राजेश भाटिया, सुरेश पंजवानी, दिलीप साबवानी, विजय गिडवानी का भी समावेश है. यह परिवार इस नींव को मजबूती प्रदान करने तथा ग्राहकों को बेहतरीन सेवा देने के लिए अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निष्ठा एवं विश्वास के साथ पूरा कर रहे हैं. जिस वजह से ‘श्रद्धा साड़ीज्’ अपने आप में एक ब्रान्ड बन चुका है.

* किफायती दाम और अच्छी सेवा सफलता का राज
‘श्रद्धा’ परिवार के लिए सेवा व सही दाम हमेशा अग्रणी रहे हैं. जिसके कारण ‘श्रद्धा’ परिवार ने कम समय में ग्राहकों के दिलों में अपनी अलग जगह बनाई है. यही कारण है कि तीज त्यौहारों हो या पारिवारिक कार्यक्रम ग्राहकों की पहली पसंद ‘श्रद्धा’ ही होता है. इसी विश्वास को आगे बरकरार रखते हुए अपने आने वाले समय में ‘श्रद्धा फैमिली शॉप’ का जल्द ही भव्य विस्तार किया जा रहा है. अब 1 लाख स्क्वेयर फुट वातानुकुलित शोरुम बनने जा रहा है. जहां ग्राहकों को और भी अधिक कपडों की वैरायटी के साथ अपना लुक बदलने का मौका मिलेगा.

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