अमरावती

सहस्त्रधारी के समारोह से श्रावणमास का समापन

एक हजार ग्यारह बार ओम नमः शिवाय का जाप

करजगांव/दि.14  – यहां के कुछ शिवभक्त श्रावणमास में प्रत्येक सोमवार को बेल चढ़ाने की परंपरा का गत 38 वर्षों से जतन कर रहे हैं. प्रत्येक श्रावण सोमवार को श्रीक्षेत्र बहिरम के शिव मंदिर, खुदनापुर के मारुती मंदिर व गांव के श्री गजानन महाराज संस्थान में बेलपत्र अर्पित करने का कार्यक्रम हुआ. इस वर्ष अधिकमास से आरंभ हुए इस कार्यक्रम का समापन आखिरी सोमवार को सहस्त्रधारी के समारोह से करजगांव में किया गया.
धार्मिक दृष्टि से विचार करने पर अधिक महीने को व श्रावण महीने को पवित्र माना जाता है. श्रावण मास में भगवान शंकरजी व पिंडी की पूजा-अर्चना, उपवास, बेलपत्र चढ़ाने, होमयज्ञ करना आद कार्यक्रम धार्मिक भावना के चलते किए जाते हैं. करजगांव के कुछ शिवत्रक्त श्रावण महीने में 1985 से अखंड रुप से बेलपत्र अर्पित करने की परंपरा का जतन कर रहे हैं. यह पूजा नामदेवराव वांगे व उनके सहयोगियों द्वारा शुरु की गई. बेल चढ़ाने के समारोह में भाविक अपने परिवार के साथ सहभागी होते हैं. इस पूजा की शुरुआत में पार्थिव शिवलिंग तैयार कर उसक मंत्रोपचार व षोडशोपचार से पूजा की जाती है. पश्चात एक हजार ग्यारह बार शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाकर ओम नमः शिवाय का जाप किया जाता है. पश्चात उस पर शिवमूठ अर्पित की जाती है. शिव मूठ में तिल्ली, मूंग, चावल, अलसी का समावेश होता है.यह पूजा दो से तीन घंटे तक अखंड शुरु रहती है. इस बार आखिरी सोमवार को यह संपूर्ण पूजा दीपक खारकर महाराज के मार्गदर्शन में की गई. इस समारोह में नामदेवराव वांगे, उनके सभी सहयोगी व श्री गजानन महाराज संस्थान तथा श्री बहिरम बाबा संस्था ने सहयोग किया.

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