* जयकारे से गुंजी अंजनगांव सुर्जी नगर
* शंकराचार्य प.पू. वासुदेवानंद सरस्वती स्वामी महाराज व आचार्य प.पू.जितेंद्रनाथ महाराज की प्रमुख उपस्थिति
अंजनगांव सुर्जी/दि.25– विदर्भ के प्रसिध्द अंजनगांव सुर्जी स्थित प्राचीन श्री भगवान बालाजी की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती महाराज के हस्ते आज की गई. इस अवसर पर देवनाथ मठ के प्रमुख जितेंद्रनाथ महाराज, वाराणसी के शंकरानंद महाराज, विधायक बलवंत वानखडे आदि उपस्थित थे. इससे पहले सुर्जी के श्रीदेवनाथ मठ से बालाजी मंदिर तक भव्य रथ यात्रा व्दारा मुर्ति की शोभायात्रा निकाली गई.
इस भव्य दिव्य शोभा यात्रा में बडी संख्या में महिला पुरुष शामिल हुए. भगवान श्री बालाजी के जयकारे से अंजनगांव सुर्जी नगरी गुंजी. परिसर में पूरा भक्तिमय वातावरण दिखाई दे रहा था. मंदिर के सामने व्यासपीठ पर भक्तगणों ने सबसे पहले भजन और जयघोष किये. इस समय जितेंद्रनाथ महाराज ने शहर का महत्व बताते हुए कहा कि, इस जगह हनुमंत माता अंजनी ने तपस्या की है. इसी वजह से इस गांव का नाम अंजनी ग्राम पडा, ऐसी पौरानिक बात बताया. शंकराचार्य ने महाराष्ट्र में हुई राजनीतिक घटना, गिरफ्तारी, नाटक अनुचित है. उन्होंने राजद्रोह का अपराध पीछे लेने की मांग की. हिंदु राष्ट्र संस्थापक शिवाजी महाराज के नाम का उल्लेख कर उन्होेंने सभी जाति, धर्म के लोगों को राष्ट्रधर्म पालन करने का आह्वान किया. इस कार्यक्रम में मंदिर निर्माण करने के लिए सहयोग करने वालों का सत्कार किया गया. मंदिर के विश्वस्त जगदीश सारडा, केशव प्रकाश राठी, हरिश बहिरे, राधेश्याम राठी, हेमंत पारखे, सुधाकर दोन्दलकर, भगवंत नेवारे, डॉ. विलास कवटीकर आदि ने शुरुआत में अतिथियों का सत्कार किया. प्राण प्रतिष्ठा के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया. संचालन प्रा. बिना राठी व प्रा. महेंद्र गिरी ने किया.