अमरावतीमहाराष्ट्र

श्री भगवान बालाजी की निकली जलविहार यात्रा

मंदिर परिसर से निकली शोभायात्रा में हजारों भाविक शामिल

*148 साल की झाकियों की परंपरा कायम
अमरावती/दि.16-हर साल की तरह इस साल भी इतवारा स्थित श्री बालाजी मंदिर संस्थान से भगवान श्री बालाजी की जलविहार (शोभायात्रा) हर्षोल्लास के साथ निकाली गई. शोभायात्रा में पिछले 148 सालों से झांकियों की परंपरा अब भी कायम है. इस साल भी परंपरागत झांकियों ने शोभायात्रा में सहभाग लिया. जलविहार यात्रा के पहले दिन भर मंदिर में विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. जिसमें सुबह भगवान श्री बालाजी का रूद्राभिषेक उसके पश्चात भोग लगाया गया और दोपहर विश्रांती के पश्चात भगवान राधा-कृष्ण का श्रृंगार किया गया. जिसमें राधा-कृष्ण को आभूषणों से अलंकृत कर रथ पर सवार किया गया.
इस अवसर पर विधायक सुलभा खोडके, पूर्व पालकमंत्री तथा विधायक प्रवीण पोटे पाटिल, जिले के पूर्व पालकमंत्री जगदीश गुप्ता, समाजसेवी नानकराम नेभनानी के हाथों भगवान बालाजी, राधा-कृष्ण की महाआरती की गई. शोभायात्रा के अग्रभाग में हनुमानजी की विशाल प्रतिमा थी. राधाकृष्ण के रथ के ठीक पीछे भगवान महादेव का शिवलिंग और उसके सामने महारूद्र डमरू वादक महादेव की टोली परंपरागत नृत्य कर रही थी. उसके पश्चात स्थानीय लखदाता परिवार की ओर से खाटू के बाबा श्याम की विलोभनीय झांकी, शिवजी के प्रिय नंदी, महाकाल, संत शिरोमणी माता कर्मबाई की झांकी साकार की गई थी.
शोभायात्रा इतवारा बाजार से होती हुए चित्रा टॉकिज, जूना कॉटन मार्केट, जयस्तंभ चौक, राजकमल चौक, गांधी चौक होते हुए अंबादेवी मंदिर के तट पर स्थित अंबा नदी पहुंची. जहां विधिवत महाआरती की गई. उसके पश्चात प्रसाद वितरण किया गया. प्रसाद वितरण के लिए नागरिको द्बारा स्टॉल लगाये गये थे. इसके अलावा चाय तथा शरबत की भी व्यवस्था की गई थी. शोभायात्रा का नागरिकों ने अपने घरों के सामने पूजा अर्चना कर स्वागत किया. जय गोविंदा के जयघोष लगाते हुए भक्तों में रथ खींचने की होड मची. हर कोई रथ के नीचे से गुजरने के लिए लालायित था. अपने तय समय पर शोभायात्रा रात 12 बजे पहुंची. महाआरती के पश्चात शोभायात्रा अंबादेवी, जवाहरगेट, झंडा चौक होते हुए देर रात बालाजी मंदिर पहुंची.
इस अवसर पर श्री बालाजी मंदिर संस्थान अध्यक्ष महेश साहू, पंकज साहू, मांडूलाल साहू, राजेश साहू, नरेश साहू, जीतेश गुप्ता, अमित गुप्ता, संतोष साहू, संतोष बिजोरे, मनीष गुप्ता, गिरधारीलाल माते, अनिल साहू, एड. तुलसीराम गुप्ता, घनश्याम साहू, केशव साहू, अतुल गुप्ता, रितेश साहू, नीतेश बिजोरे, कुणाल गुप्ता, शुभम गुप्ता, श्रीकांत गुप्ता, प्रतीक गुप्ता, व्यंकटेश गुप्ता, हर्ष साहू, ऋतिक गुप्ता, अर्पित गुप्ता, ऋषि गुप्ता, कृश साहू, गोविंद बिजोरे, भावेश साहू, मंजीत किल्लेदार, रोशन गुप्ता, शीतल साहू, बंटी गुप्ता एवं श्री बालाजी मंदिर संस्थान के सभी विश्वस्त, समाज बंधु, महिला पुरूष हजारों की संख्या में उपस्थित थे.
जलविहार शोभायात्रा के पूर्व वामन द्बादशी के अवसर पर सुबह महाभिषेक किया गया. जिसमें परिसर की महिला तथा पुरूष तथा बच्चों ने सहभाग लिया. गंगा, यमुना, गोदावरी सहित विविध पांचों नदियों के जल से व विविध फलों के रस, पंचरत्न, दूध के साथ महाभिषेक हुआ. विष्णु सहस्त्र नाम के जाप से संपूर्ण परिसर गूंज उठा. मंदिर के आचार्य पं. धनंजय पांडे के मार्गदर्शन में सूरज की पहली किरण के साथ महाभिषेक की शुरूआत की गई. महाभिषेक में सपत्नीक नितीन रवीना गोयल, नितीन बिजोरे, श्रध्दा नितीन बिजोरे, राजेश गुप्ता, राधिका राजेश गुुप्ता, पवन साहू, मीनल पवन साहू, विवेक साहू, पूजा विवेक साहू, श्याम साहू (सम्राट), चंचल श्याम साहू, सर्वेश साहू, सोनम सर्वेश साहू, पंकज साहू, सपना पंकज साहू, सुयश पटेरिया, रानी सुयश पटेरिया, व्यंकटेश गुप्ता, शिवानी व्यंकटेश गुप्ता ने सहभाग लिया.

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