श्री चक्रधर स्वामी के महानुभाव पंथ में कर्मकांड को स्थान नहीं
पूर्व मंंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर का प्रतिपादन
* श्रीमद् महावाक्य निर्वचन निरुपन समारोह में लगाई हाजिरी
परतवाडा/दि.14 – भारतीय संस्कृति के साथ अध्यात्म का मुख्य आधार जुडा हुआ है. इसी अध्यात्मिक विचारधारा को आगे बढाते हुए श्री चक्रधर स्वामी ने महानुभाव पंथ की स्थापना की थी और महानुभाव पंथ में किसी भी तरह के कर्मकांड के लिए कोई जगह नहीं है. सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी का तत्वज्ञान सही अर्थों में मानव कल्याण के लिए सर्वोत्तम मार्ग है. इस आशय का प्रतिपादन नायगांव बोर्डी में चल रहे श्रीमद महावाक्य निर्वचन निरुपन सम्मेलन में पूर्व जिला पालकमंत्री व तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की विधायक यशोमति ठाकुर द्बारा किया गया.
अचलपुर तहसील के नायगांव बोर्डी में विगत 14 जनवरी से शुुरु हुए श्रीमद् महावाक्य निर्वचन निरुपन सम्मेलन में रविवार 12 फरवरी को पूर्व पालकमंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर ने दर्यापुर निवाचन क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे के साथ भेंट दी और इस सम्मेलन में शामिल महानुभावपंथिय संतों व महंतों का आशीर्वाद प्राप्त किया. इस समय आचार्य प्रवर भास्कर बाबा का आशीर्वाद लेते हुए पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, महानुभाव पंथ में नामस्मरण का काफी महत्व है और नामस्मरण के जरिए ईश्वर प्राप्ति का मार्ग आसान हो जाता है.
इस अवसर पर आयोजन समिति के महंत अचलपुरकर बाबा, महंत विजयराज बाबा पंजाबी, महंत देपेराज बाबा, महंत गोवर्धन अंकुलनेरकर, प्रमोद पवार, जीतेंद्र रोडे, गजानन खडके, प्रवीण बुरघाटे, भैयासाहब मेटकर, बाबूराव गावंडे, पुष्पलता गावंडे, अमोल बोरेकर, श्रीकांत झोपडे, श्रीधर गावंडे, नामदेव तनपुरे, अमोल चिमोटे, अनुप गावंडे, विशाल गावंडे, गणेश कडू, राहुल गाठे, गणेश बेलसरे, रवींद्र इंगोले व हरिश फूटनाइक आदि उपस्थित थे.
* महिलाओं के साथ यशोमति बैठी सब्जी काटने
विगत एक माह से चल रहे श्रीमद् महावाक्य निर्वचन निरुपन सम्मेलन में अनेकों महिला व पुरुषों द्बारा पूर्ण सेवाभाव के साथ विविध सेवाएं प्रदान की जा रही है. जिसके तहत कई महिलाएं कार्यक्रम में भोजन की व्यवस्था करने हेतु भोजन साहित्य तैयार करने का काम करती है. विगत 12 फरवरी को कार्यक्रम स्थल पर पहुंची पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने यहां पर स्थित रसोई घर को अचानक भेंट दी. इस समय कई महिलाएं जमीन पर बैठकर गोभी काटने का काम कर रही थी. यह देखकर अपने हाथों से भी कुछ सेवा हो, इस उद्देश्य से अपने पद व रुतबे को भुलकर विधायक यशोमति ठाकुर इन महिलाओं के साथ किसी आम महिला की तरह नीचे जमीन पर बैठकर गोभी काटने लगी. इस समय उनके साथ विधायक बलवंत वानखडे भी उपस्थित थे. जो बगल में ही नीचे जमीन पर बैठकर बडी उत्सुकता के साथ पूर्व पालकमंत्री ठाकुर को सब्जी काटते देख रहे थे. पश्चात महाराज का दर्शन लेने उपरान्त विधायक यशोमति ठाकुर ने इस कार्यक्रम के नियोजन हेतु अपनी ओर से कुछ आर्थिक सहायता भी प्रदान की.