अमरावती

आजाद हिन्द गणेशोत्सव मंडल में 12 ज्योर्तिलिंग के साथ विराजे श्री गणेश

डॉ. संदीप दानखेडे, कैलाश गिरोलकर व विलास इंगोले के हाथों हुआ पूजन

गणेश स्थापना पर निकली भव्य-दिव्य शोभायात्रा
शोभायात्रा में महाकाल के वस्त्र रहे मुख्य आकर्षण
अमरावती- /दि.1 स्थानीय बुधवारा परिसर स्थित आजाद हिंद गणेशोत्सव मंडल ने कल गणेश चतुर्थी के पर्व पर बडी धूमधाम से भगवान श्री गणेश की आकर्षक प्रतिमा को स्थापित किया गया. जिसकी 12 ज्योर्तिलिंगों के साथ पूजन करते हुए प्राणप्रतिष्ठा की गई. इससे पहले आजाद हिंद गणेशोत्सव मंडल द्वारा भव्य शोभायात्रा का भी आयोजन किया गया. जिसमें शामिल सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा महाकाल का नाम व चित्र अंकित वस्त्र धारण किये गये थे, जो सभी के आकर्षण का केंद्र रहे.
बता दें कि, अपनी स्थापना का 95 वां वर्ष मना रहे बुधवारा परिसर स्थित आजाद हिंद गणेशोत्सव मंडल द्वारा इस वर्ष धूमधाम के साथ गणेशोत्सव मनाने के साथ ही अपने पंडाल में 12 ज्योर्तिलिंग की झांकी को साकार किया गया है. साथ ही पंडाल के समक्ष तमिलनाडू स्थित विश्वविख्यात समाधिस्थ शंकर (आदियोगी) की 30 फीट उंची प्रतिमा भी साकार की गई है, जो इस वर्ष सभी शहरवासियों के आकर्षण का केंद्र रहेगी. इस झांकी और प्रतिकृति के साथ कल बडे ही विधि-विधानपूर्वक आजाद हिंद गणेशोत्सव मंडल में भगवान श्री गणेश की स्थापना व प्राणप्रतिष्ठा की गई. साथ ही इससे पहले भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया. जिसमें शामिल आयोजको के साथ मंडल के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने महाकाल के वस्त्र धारण किये, जिसके तहत सभी के द्वारा महाकाल, महादेव व ओम अंकित सफेद, पीले एवं केसरिया रंग के कुर्ते धारण किये गये थे. जो सभी को आकर्षित कर रहे थे. बच्चों से लेकर बुजर्गो तक सभी महिला व पुरूष कार्यकर्ता इस रंग में रंगते हुए महाकाल वस्त्र धारण कर शोभायात्रा में शामिल हुई नजर आये.
आजाद हिंद गणेशोत्सव मंडल में सर्वप्रथम इस वर्ष के अध्यक्ष बालरोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप दानखेडे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, एकता प्रॉपर्टी ब्रोकर एसो. के अध्यक्ष कैलाश गिरोलकर, गुरू नमकीन के संचालक व स्वागताध्यक्ष शैलेश अग्रवाल, सचिव राजू पिंजरकर, कोषाध्यक्ष मनीष काजनेरकर के हाथों भगवान गणेश की शाम 5.30 बजे विधि विधान से पूजा-अर्चना की गई. आरती कर यह शोभायात्रा आरंभ हुई. इस वर्ष 7 स्टार धमाल ग्रुप डीे, संदल के साथ माता अंबादेवी व एकवीरा देवी, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की प्रतिमाएं शामिल रही. डीजे की धुन पर नाचते हुए यह शोभायात्रा बुधवारा चौक पहुंचते ही यहां महाकाल एवं भगवान गणेश के भक्तों के विभिन्न भजनों पर बाप्पा के आगमन का जश्न मनाया.
इस बीच पूर्व सांसद अनंत गुढे, विधायक प्रवीण पोटे ने भी बुधवारा चौक पहुंचकर बाप्पा का दर्शन किया. बुधवारा से आरंभ हुई शोभायात्रा गांधी चौक, राजकमल चौक, जयस्तंभ चौक, जवाहर गेट, सराफा बाजार, भाजी बाजार, बजरंग चौक, नीलकंठ चौक से होते हुए बुधवारा में समाप्त हुई. पश्चात मान्यवरों के हाथों विधि-विधान से आरती की गई.
इस अवसर पर पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, पूर्व विधायक प्रदीप वडनेरे, एड. प्रशांत देशपांडे, पूर्व पार्षद विवेक कलोती, गणेशोत्सव कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष नवीन चोरडिया, किशोर बोराटने, संतोष बद्रे, गणेश मालोकार, सहसचिव निलेश वानखडे, राहुल कथलकर, अर्जुन इंगोले, अद्वैत बोराटने, अश्विन कलोती, कृष्णा हिवसे, वेदांत डांगे, अनिल काले, मनीष चौधरी, प्रवीण चौधरी, संतोष चिखलकर, पंकज सराफ, निलेश सराफ, सचिन कोहले, स्वप्निल गुल्हाने, मयूर जलतारे, अजय पुसतकर, भूषण पुसतकर, योगेश पुंड, मनोहर चौधरी, बालासाहेब मोहोड, सुशील कथलकर, राजू पाचघरे, राजाभाउ मोरे, प्रा. डॉ. किशोर फुले, किशोर कलोती, रघुनाथ निमगांवकर, ज्ञानेश्वर हिवसे, प्रशांत इंगोले, अविनाश अनासाने, प्रेमानंद पुसतकर, मुन्ना दुलारे, पिंट्या पाटिल, प्रमोद वाठोडकर, अजय गुल्हाने, राजेश कश्यप, प्रकाश संगेकर, नितीन सराफ, निलेश वानखडे,राजा मांजलगांवकर, दिलीप दाभाडे, नंदू गुंबले, संतोष चिखलकर, राजू बोराटने, चेतन चव्हाण, राजेश ढोले, विशाल फाटे संजय कदम, अमित काजनेकर, विवेक आवले, अनिल देवकरणकर, जयंत कलोती, सुशील कथलकर, संजय मुचलंबे, सुनील आवलोनकर समेत परिसर के अनेकों महिलाएं व पुरूष उपस्थित थे.

पूर्व पालकमंत्री पोटे ने खेली लेझीम
गणेशोत्सव को लेकर शहर में बेहद नामांकित व मानांकित रहनेवाले आजाद हिंद गणेशोत्सव मंडल में गणेश स्थापना के समय पूर्व पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटील भी पहुंचे. जिन्होंने बडे विधि-विधानपुर्वक गणेश पूजन में हिस्सा लिया. साथ ही शोभायात्रा में शामिल होते हुए पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने लेझीम खेलने का भी आनंद लिया. इस समय मंडल के कर्ता-धर्ता व पूर्व महापौर विलास इंगोले तथा पूर्व पालकमंत्री पोटे ने साथ मिलकर लेझीम खेली, जो सभी के आकर्षण का केंद्र रही.

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