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श्री हव्याप्र मंडल के खेल प्रशिक्षण से युवाओं को ताकत

संपादक अनिल अग्रवाल का प्रतिपादन

* हव्याप्रमं के ग्रीष्मकालीन शिविर का समापन
* शिविरार्थियों का तैराकी विभाग में प्रदर्शन
अमरावती/दि.7 – श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल पिछले 114 वर्षों से खेल प्रशिक्षण के माध्यम से देश के लिए सक्षम युवा पीढ़ी का निर्माण कर रहा है. एक बार केंद्रीय मंत्री ने श्री हव्याप्र मंडल का दौरा किया और यहां मंडल के कार्यों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने मंडल के विकास के लिए सहज भाव से कार्य कर रहे पदाधिकारियों एवं छात्रों की ओर देखते हुए कहा कि, यदि इतना महान संगठन एवं समर्पित कार्यकर्ता मेरे पास होते तो मैं इस देश का प्रधानमंत्री बन गया होता. आज तैराकी विभाग द्वारा सिंक्रोनाइज्ड तैराकी, वॉटर पेला, अंधेरे में पानी पर जलती मशाल के साथ तैराकी अभ्यास और फव्वारे का रोमांचकारी प्रदर्शन देखते समय मुझे वह घटना याद आ गयी. श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल ने खेल के क्षेत्र में समर्पित और प्रेरित कार्य किया है. 1981 में, मंडल में एक स्विमिंग पूल का निर्माण किया गया और शहर के साथ-साथ जिले में तैराकों की संख्या में वृद्धि हुई. मैं भी उसी तैराकी विभाग का छात्र था. इसलिए, श्री हव्याप्र मंडल युवा पीढ़ी को सभी प्रकार के गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण के साथ सशक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है. अभिभावकों से भी अनुरोध है कि वे अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मंडल के खेल प्रशिक्षण पर जोर दें. ऐसा मत और आवाहन दैनिक अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल ने किया.
श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के उपाध्यक्ष डॉ. श्रीकांत चेंडके की अध्यक्षता में शिबिर समापन समारोह के मुख्य अतिथि आदिवासी प्रभाग के अपर आयुक्त सुरेश वानखड़े, अमरावती के उपायुक्त विवेकानन्द कालकर, उपस्थित थे. दै. अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल, दै. नवभारत के जिला प्रतिनिधि जीतेन्द्र दोशी, जिला खेल अधिकारी गणेश जाधव, मंडल की सचिव प्रा. डॉ. माधुरी चेंडके, शिविर संचालक राजेश महात्मे, डॉ. लक्ष्मीकांत खंडागले, डॉ. संजय तीरथकर, डॉ. विजय पांडे, डॉ. मधुकर बुरनासे, डॉ. दीनानाथ नवाथे एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे.
कार्यक्रम की शुरुवात में सिंक्रोनाइज्ड तैराकी, वॉटर पेला, अंधेरे में पानी पर जलती मशाल के साथ तैराकी अभ्यास और फव्वारे का प्रदर्शन रोमांचकारी साबित हुआ. इसके बाद सभी गणमान्य अतिथियों ने खेल के क्षेत्र में श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के समर्पित कार्यों एवं प्रस्तुत प्रदर्शनों से श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल की सराहना करते हुए विचार व्यक्त किया कि श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल देश का गौरव है. मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य की पहल पर तैराकी के सभी प्रदर्शनों की प्रस्तुति का संचालन डॉ. लक्ष्मीकांत खंडागले ने तैराकी के महत्व, फिटनेस और तैराकी के प्रकार आदि के बारे में विद्वत्तापूर्ण जानकारी दी. तैराकी विभागाध्यक्ष प्रा. योगेश निर्मल के मार्गदर्शन में तैराकी टीम ने विभिन्न प्रकार के तैराकी कलाए प्रस्तुत कर उपस्थित नागरिकों का दिल जीत लिया. समापन समारोह में संचालन व आभार प्रदर्शन प्रा. आशीष हाटेकर ने किया. आयोजन की सफलता हेतु पार्थ अंबुलकर, यश दुर्गे, संजली वानखड़े, मयूर कुमार, हरीश गणेशकर, प्रतिमा बंदे, प्रा. कोहले को मैनेज करो, गेहद साहब ने अथक परिश्रम किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.

* डूबते की जान बचाने का हुआ प्रात्यक्षिक
तैराकी का अभ्यास चल ही रहा था कि अचानक युवक का पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गया. जैसे ही वह मदद के लिए वह चिल्लाया तो कई तैराक पानी में कूद पड़े और उसकी जान बचा कर उसे पानी से बाहर निकाला. उस समय, उस युवक को तत्काल चिकित्सा देखभाल प्रदान की गई. बस इसी बात से दर्शक भयभीत होते थे. लेकिन यह एक प्रत्यक्षित था जिस के बारे में डॉ. लक्ष्मीकांत खंडागले ने कहा कि, ये सब प्रेजेंटेशन का हिस्सा है. उन्होंने दर्शकों को तैराकी के महत्व के बारे में समझाया.

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