श्री क्षेत्र सांवगा विठोबा गुढीपाडवा, रामनवमी यात्रा महोत्सव
8 अप्रैल से होगी शुरुआत
चांदूर रेलवे/दि.30-अवधूत महाराज के अनेक भजन प्रसिद्ध है. उनका लेखन कही भी लिखित स्वरूप में नहीं है. संपूर्ण भजन अवधूत महाराज को मानने वाले संप्रदाय की वाणी में है. उनकी ओवी संपूर्ण विदर्भ में नहीं अपितु महाराष्ट्र में प्रसिद्ध है. सावंगा विठोबा यात्रा महोत्सव, श्रीकृष्ण अवधूत बुवा संस्थान श्री क्षेत्र सांवगा विठोबा में आगामी 8 अप्रैल से 18 अप्रैल तक गुढीपाडवा रामनवमी यात्रा महोत्सव प्रारंभ होने वाला है. अमरावती जिले में चांदूर रेल्वे से 15 किलो मीटर पर सावंगा विठोबा ंगांव बसा है. यहां पर विदर्भ ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र से भक्तगण दर्शन के लिए आते है. लाखों भक्त यहां पर आकर अपनी मनोकामना कापूर जलाकर पूरी करते है. इसलिए हर साल बडी संख्या में भक्त गुढीपाडवा निमित्त आते है. उल्लेखनिय है कि, संपूर्ण महाराष्ट्र में सवा साल अखंड भजन का नियोजन प्रसिद्ध है. सावंगा में यह आयोजन होता है. श्रीकृष्ण अवधूत महाराज संस्थान सावंगा विठोबा द्वारा भजन मंडली का सत्कार भी किया जाता है. इस साल नए से सावंगा में भक्तों के लिए प्रसादालय शुरु किया गया है.
8 अप्रैल को मंदिर परिसर में साफसफाई अभियान चलाया जाएगा. 9 को गुढीपाडावा निमित्त दोपहर 4.30 को चरणदासजी कांडलकर के हाथों ध्वज चढाया जाएगा. इस समय संपूर्ण महाराष्ट्र व विदर्भ से आनेवाले भक्त लाखों रुपए का कापूर जलाएंगे. 17 को दोपहर 4 बजे रामनवमी निमित्त चंदन उटी व रमण का कार्यक्रम, रात 8 ते 11 तक अवधूत नाम प्रचारक श्री बाबा कांडलकर महाराज के गाथा की ओवी क्रमांक 120 का प्रवचन होगा. 18 को सुबह रमणा पालकी व ढाली का कार्यक्रम होगा. इसके बाद सुबह 9 से 10 बजे तक सत्कार कार्यक्रम होगा. दोपहर 12 बजे से महाप्रसाद आरंभ होगा. इसके अलावा रात में अवधूत महाराज भजन मंडल डवरगांव के भजन कार्यक्रम का आयोजन किया है. गुढीपाडवा निमित्त लगने वाले यात्रा महोत्सव में हर साल की तरह इस साल भी अमरावती का उत्सव मेला लगेगा. भक्तों ने यात्रा महोत्सव का लाभ लेने का आह्वान अध्यक्ष पुंजीराम नेमाडे, गोविंद राठोड, हरिदास सोनवाल, वामन रामटेके, दिनकर मानकर, दत्तू रामटेके, दिगंबर राठोड, कृपासागर राऊत, अनिल बेलसरे, स्वप्निल चौधरी, विश्वस्त मंडल, यात्रा उत्सव समिती तथा ग्रामवासी, श्री विठोबा संस्थान उर्फ श्रीकृष्ण अवधूत बुवा संस्थान श्री क्षेत्र सावंगा विठोबा ने किया है.