इर्विन चौक परिसर की जगह का भूसंपादन तत्काल करें
अधिवेशन में विधायक बलवंत वानखडे ने ध्यानाकर्षण प्रश्न के दौरान की मांग
* डॉ. बाबासाहब आंबेडकर पुतला परिसर के सौंदर्यीकरण का मामला
अमरावती/दि.26- अमरावती शहर में इर्विन चौक पर भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का पुतला है. शहर तथा जिले के लाखों आंबेडकरी अनुयायियों का यह श्रद्धास्थान है. विविध संगठना, राजनीतिक, सामाजिक आंदोलन की शुरुआत तथा विविध राजनीतिक मान्यवरों की भेंट डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के पुतले को माल्यार्पण किए बिना नहीं रहती. हर वर्ष 14 अप्रैल, दहशरा और 6 दिसंबर को यहां लाखों की संख्या में जनसमुदाय आता है. इस पुतला परिसर में स्थित भूमि के भूसंपादन का प्रलंबित मुद्दा दर्यापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे ने मुंबई अधिवेशन में उपस्थित किया.
अमरावती शहर के आंबेडकरी जनता का श्रद्धास्थान रहे इर्विन चौक के डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के पुतले के पास की निजी जगह पुतला परिसर सौंदर्यीकरण के लिए संपादित करने बाबत मनपा स्थायी समिति के प्रस्ताव क्रमांक 6 को 13 अप्रैल 2012 और 21 अप्रैल 2012 को मंजूर किया गया है. अमरावती शीट क्रमांक 48 भूखंड क्रमांक 5 पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का पुतला वर्तमान स्थिति में है. इस जगह की उत्तर दिशा में शीट क्रमांक 41 और भूखंड क्रमांक 1 पर पहले पेट्रोलपंप था. वर्तमान में यह जगह खुली पडी है. यह जगह चंद्रशेखर गट्टानी के निजी मालकी की है. इस जगह पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के जीवन पर आधारित म्यूरल और परिसर के सौंदर्यीकरण का काम मनपा के जरिए प्रस्तावित किया गया है. यह जगह मनपा को संपादित कर देने बाबत प्रस्ताव जिला प्रशासन के पास 8 अप्रैल 2015 को सौंपा गया है. इस जगह के भूसंपादन निमित्त मनपा के जरिए भूसंपादन अधिकारी अमरावती के पास आस्थापना शुल्क, नापजोख शुल्क तथा भूसंपादन का कुल खर्च 3 करोड 39 लाख 98 हजार 660 रुपए धनादेश के जरिए जमा किया है. इसमें प्रत्यक्ष में मनपा के तत्कालीन सदस्यों का सहभाग है. प्रत्येक नगरसेवकों ने अपनी निधि से 5 लाख रुपए निधि भूसंपादन के लिए दी थी. पश्चात भूसंपादन अधिनियम धारा 19 की अधिसूचना 31 मई 2016 को भूसंपादन अधिकारी ने प्रकाशित किया था. अमरावती शहर की प्रारुप विकास योजना में इस भूखंड पर एम-33 के तहत आरक्षण क्रमांक 97 (अ) डॉ. बाबासाहब आंबेडकर पुतला परिसर सौंदर्यीकरण के लिए प्रस्तावित है. इसे शासन की भी मंजूरी है. लेकिन संबंधित भूमि संचालन व्दारा अदालत में प्रकरण दाखिल किए जाने से अदालत ने इस प्रकरण में ‘जैसे थे’ का आदेश दिया था. इस बाबत विविध संगठना व्दारा शहर में आंदोलन भी हुए है. लेकिन अनेक वर्ष होने के बाद भी शासन के जरिए न्यायालय को अनुरोध कर प्रकरण का निपटारा न करने से दर्यापुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे ने मुंबई में जारी अधिवेशन में इस जगह के भूसंपादन के लिए उच्च न्यायालय को शासन के जरिए अनुरोध कर तथा संबंधित भूमि संचालक के साथ शासन के जरिए प्रत्यक्ष निगोसिएशन कर प्रकरण का निपटारा करने बाबत अनुरोध किया. इस अवसर पर राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने सकारात्मक जवाब देते हुए एक माह के भीतर इस बाबत कार्रवाई कर सकारात्मक मार्ग निकालने का आश्वासन सभागृह में दिया.