अमरावती/दि. 26– संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परमशिष्य मुनी श्री पूज्य सागर जी महाराज एवं ऐलक श्री धैर्य सागर जी महाराज के ससंघ के पावन सानिध्य में अनंतानंत सिद्ध भगवान की आराधना का अभूतपूर्व अवसर अर्थात श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का मंगलारंभ आज सवेरे हुआ. जिसमें जैन धर्मावलंबी बडे उत्साह और श्रद्धा से सहभागी हुए हैं. सकल दिगंबर जैन समाज और सुपार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर व्दारा रतन भवन के पास षटखंडागम भवन में यह विधान संपन्न हो रहा है.
सर्वश्री विवेक फुुलंबरकर, सत्येंद्र जैन, नरेश एलवनकर, प्राची परतवार, जीतेंद्र बंड, मिलिंद महाजन, वर्षा काले, शुभांगी जैन, सुवर्णा लोखंडे, उमेश बंड, अमोल पापलकर, प्रकाश लोखंडे, भूपाल माद्रक, रोशनी फुलंबकर, अमोल वारकरी, मनीष मेहेत्रे, संदीप फुकटे, सजल जैन, पीयूष जैन, पंकज पोहरे, योगेश विटालकर, सोनू जैन, नकूल फुलाडी, आनंद वारकरी, स्वप्नील जैन, प्रतीक जैन आदि प्रयासरत हैं. संचालन लल्लन भैया ने किया. यह विधान 30 दिसंबर तक चलेगा.
* 31 को भव्य शोभयात्रा
रविवार 31 दिसंबर को सवेरे 7 बजे इसी भवन परिसर से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी. जो भातकुली तक जाएगी. जूलुस में हाथी, बग्गी, बैंड बाजा सभी रहेगा और समाज के बंधु-भगिनी पारंपरिक पोशाक में इंद्र के साथ, महापात्र के साथ रहेंगे. परम पूज्य मुनी श्री संघ का सानिध्य रहेगा.