अमरावती प्रतिनिधि/दि.१० – पिछले पांच महिनों से शहर के ट्राफिक सिग्नल बंद पडे थे. कोरोना लॉकडाउन की वजह से रास्ते पर वाहनों की संख्या काफी कम दिखाई देने लगी थी. मगर अब अनलॉक होने के बाद यातायात सूचारु हो गया. इसके बाद भी सिग्नल की बत्ती बंद ही थी. इस वजह से शहर का यातायात अनुशासन भुलने लगा था. वाहनों को नियंत्रित करने की कोई तैयारी भी नहीं थी, लेकिन नई सीपी के शहर में आते ही लंबे अर्से के इंतजार के बाद फिर से यातायात सिग्नल वाहनों को नियंत्रण करने के लिए लाल, हरे रंग से टीमटीमाने लगे है. पिछले कई माह से कोरोना महामारी का काला साया लोगों के सिर पर मंडरा रहा है. लोगों में दहशत निर्माण होने लगी. जिसके कारण शासन ने पहले ही लॉकडाउन घोषित कर जीवन के पहियों की गति को कुछ वक्त के लिए रोक दी थी, लेकिन अब जनजीवन सामान्य होने लगा है. लगभग तीन माह के इंजार के बाद शहर यातायात के सिग्नल शुरु हुए है. सडकों पर बेखौफ फर्राटे मारकर वाहन भगाने वाले चालकों पर नियंत्रण लाने के लिए अब तो भी यातायात सिग्नल शुरु किये जाए, ऐसी मांग की जा रही थी. शहर के भीड-भाड वाले इलाकों में यह आलम था कि हर दूसरे दिन सडक दुर्घटना की खबरें सुनाई दे रही थी. लंबे इंतजार के बाद शहर के सिग्नल फिर टीमटीमाने लगे है. शहर के भीड-भाडवाले राजकमल चौक, इर्विन चौक, गल्र्स हाईस्कूल चौक, बियाणी चौक, पंचवटी चौक, शेगांव नाका, कठोरा नाका आदि क्षेत्रों के सिग्नल शुरु हो जाने के कारण सडक दुर्घटना में कमी आने के आसार दिखाई दे रहे है.