सिकलसेल बाधित भी कर सकते है एसटी का नि:शुल्क सफर
38 सहूलियत में यात्रा करते हैै जिले के 6 लाख यात्री
अमरावती-/ दि. 9 राज्य परिवहन महामंडल की तरफ से सिकलसेल मरीजों के लिए उपचार करते समय नि:शुल्क सफर की घोषणा की गई है. इस योजना में लाभार्थियों को डॉक्टर का प्रमाणपत्र अनिवार्य रहनेवाला है.
राज्य परिवहन महामंडल नियमित यात्रियों के साथ सामाजिक बंधुभाऊ के रूप में विविध योजना के माध्यम से सहूलियत मूल्य में यात्रियों को सफर करवाते है. इसमें 30 प्रतिशत से लेकर शत-प्रतिशत लाभार्थियों को यात्रा में सुविधा दी जाती है. सिकलसेल मरीजों को अनेक बार उपचार के लिए बडे शहरों में जाने यात्रा करनी पडती है. ऐसे समय मरीजों के परिजनों को आर्थिक सहायता के रूप में राज्य परिवहन मंडल द्बारा एक जिम्मेदारी के तौर पर सिकलसेल मरीजों को शत-प्रतिशत नि:शुल्क यात्रा दी जानेवाली है. जिले में विविध 38 योजना के माध्यम से 6 लाख 18 हजार 352 लाभार्थियों ने सफर किया है. 7 करोड 68 लाख 5 हजार 412 रूपए की सहूलियत यात्री भाडे से मिली है. 71 सिकलसेल मरीजों ने अभी तक नि:शुल्क यात्रा का लाभ लिया है. उन्हें 4 हजार 969 रूपए का किराया मिला है. सिकलसेल मरीजों को वैद्यकीय उपचार के लिए शत प्रतिशत सुविधा का लाभ दिया जा रहा है. इस योजना की जानकारी अनेको के पास उपलब्ध न रहने से संख्या घटी है. जिले के सिकलसेल मरीजों की संख्या बढ रही है. स्वास्थ्य यंत्रणा के पास इस बाबत रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है.
सर्वाधिक लाभ वरिष्ठों को
50 प्रतिशत सहूलियत से सर्वाधिक यात्रा करनेवाले वरिष्ठ नागरिक है . जिले में 2 लाख 99 हजार 79 लाभार्थियों ने यात्रा की है. इस कारण वरिष्ठों के 84 लाख 23 हजार 183 रूपए बचे है.
स्मार्ट कार्ड की परेशानी बढी
स्मार्ट कार्ड रहा तो सभी योजनाओं के लिए वह उपयोगी रहनेवाला है. नहीं रहा तो पहले की तरह ही सुविधा का लाभ यात्रियों को मिलने वाला है. स्मार्ट कार्ड यंत्रणा फिलहाल चरमराई है. इस कारण अनेको को स्मार्ट कार्ड निकालते नहीं आ सका है.
41 हजार नेत्रहिनों ने किया सफर
नेत्रहिन यात्रियों को 50 प्रतिशत छूट है. इस योजना का जिले के 41 हजार 488 नेत्रहिन नागरिकों ने लाभ लिया है. नेत्रहिनों ने जागरूकता दिखाकर यात्रा की है.