अमरावती

मनपा में कामकाज के समय सन्नाटा

कर्मचारी रहते है नदारद, दोपहर का भोजन करने चले जाते है घर

* शांत नींद लेकर लौटते है 4 बजे ऑफिस, प्रशासन प्रमुख का ध्यान देना जरुरी
अमरावती/दि.6 – स्थानीय महानगरपालिका के कार्यालयीन कामकाज का समय सुबह 9.45 से शाम 6.15 बजे तक होता है. जिसमें से दोपहर 1 से 1.30 बजे तक भोजन करने हेतु आधे घंटे का समय निश्चित किया गया है. निश्चित किया गया है. लेकिन 75 फीसद अधिकारी व कर्मचारी दोपहर में एक-डेढ बजे के आसपास भोजन करने हेतु निकलते है, तो सीधे 4 बजे के बाद ही कार्यालय में लौटते है. जिसकी चलते करीब ढाई-तीन घंटे तक मनपा के सभी विभागों में सन्नाटा पसरा दिखाई देता है. इस दौरान महिला कर्मचारियों सहित उंगलियों पर गिनने लायक पुरुष कर्मचारी मनपा मुख्यालय परिसर में दिखाई देते है, जो अपना भोजन कार्यालय में ही करते है.
जानकारी के मुताबिक मनपा के कई अधिकारी व कर्मचारी दोपहर में भोजन अवकाश के दौरान अपने-अपने घर चले जाते है और भोजन करने के बाद दोपहर की नींद लेने के उपरान्त 4 बजे के आसपास उनका कार्यालय में वापिस आना होता है. यह आये दिन की बात हो चली है. जिससे मनपा का कामकाज बुरी तरह प्रभावित होता है. ऐसे में मनपा के प्रशासन प्रमुख द्बारा इस ओर तुरंत एवं सख्ती से ध्यान दिये जाने की जरुरत.
* उपस्थिति है अनिवार्य
कार्यालयीन कामकाज के समय सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति बेहद अनिवार्य है. जिस पर ध्यान देने का निर्देश उपायुक्त को दिया गया है. भोजन करने के नाम पर कार्यालय से कौन-कौन बाहर जाता है और कब वापिस लौटता है. जिसकी जांच की जाएगी. साथ ही जो लोग कार्यालयीन कामकाज के नियमों का उल्लंघन करते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
– डॉ. प्रवीण आष्टीकर,
आयुक्त व प्रशासक,
अमरावती मनपा.

* भोजन के लिए होती है आधे घंटे की छूट्टी
उल्लेखनीय है कि, मनपा अधिकारियों व कर्मचारियों को दोपहर में 1 से 1.30 बजेे तक भोजन करने हेतु आधे घंटे का अवकाश होता है. लेकिन चाहे घर जाकर भोजन करने वाले अधिकारी या कर्मचारी हो, या फिर कार्यालय में ही टीफिन लेकर आने वाले अधिकारी व कर्मचारी, सभी दोपहर 1 बजे के आसपास भोजन करने के लिए उठते है और फिर वे वापस अपने स्थान पर कब लौटेंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं होती है. ऐसे में जब तक यह अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने स्थान पर वापिस नहीं लौटते, तब तक उनके विभागों में सन्नाटा पसरा पडा रहता है.
* निर्वाचन व उद्यान विभाग में हमेशा ही सन्नाटा
बता दें कि, निर्वाचन विभाग के पास अपना खुदका स्वतंत्र कार्यालय नहीं है. जिसके चलते निर्वाचन विभाग के कर्मचारी मनपा मुख्यालय में हमेशा ही इधर से उधर घुमते दिखाई देते है. साथ ही वे अक्सर भंडारा विभाग के गोदाम में रहते है. इसके साथ ही उद्यान विभाग में प्रभारी अधीक्षक नहीं रहने के चलते केवल महिला कर्मचारी ही रहती है और यदि वे भी भोजन करने के लिए चली गई, तो कार्यालय पूरी तरह से सामसुम हो जाता है.

– जन्म मृत्यु विभाग – सोमवार की दोपहर 2.34 बजे जन्म मृत्यु प्रमाणपत्र देने वाला ठेका नियुक्त कर्मचारी अपने स्थान से नदारद था.
– निर्माण विभाग – सोमवार को दोपहर 2.19 बजे निर्माण विभाग के लगभग सभी कैबिन सुनसान पडे हुए थे.
– लेखा विभाग – सोमवार की दोपहर को 2 बजे के आसपास लेखा विभाग इस तरह से सुनसान पडा था और कई महत्वपूर्ण फाईलें टेबल पर यूं ही पडी थी. जिन्हें आराम से चुराया जा सकता है.

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