वकीलों की बेमियादी हडताल से कोर्ट में सन्नाटा
पक्षकारों का विभिन्न परेशानियों से सामना
* यह हमारे अस्तित्व की लढाई- एड. शोएब खान
अमरावती/दि.26- जिला सत्र अदालत में आज सर्वत्र सन्नाटा छाया रहा. जिला वकील संघ द्बारा आज से बेमियादी हडताल शुरु की गई. जिससे कोर्ट में आये पक्षकारों को वकीलों के कामबंद आंदोलन के कारण विभिन्न परेशानियों का सामना करना पडा. जिस पर वकीलों की हडताल से पक्षकारों को हो रही असुविधा पर हमे खेद है, लेकिन यह हमारे अस्तित्व की लढाई है. जिसे अंतिम मुकाम पर पहुंचाने तक लढाई जारी रखने का प्रतिपादन जिला वकील संघ के अध्यक्ष एड. शोएब खान ने किया. आज अदालत में बडी संख्या मेें वकील हाजीर थे, लेकिन इनमें से किसी ने भी कोर्ट के कार्रवाई में हिस्सा नहीं लिया. जिससे जिला बार एसोसिएशन समेत कोर्ट परिसर में सन्नाटा छाया रहा.
गौरतलब है कि, 21 मई को एड. अंकुश तागडे के खिलाफ गाडगे नगर पुलिस ने झूठा मामला दर्ज कर उनसे मारपीट की. अंकुश को किसी हिस्ट्रीशिटर आरोपी जैसे हथकडी लगाकर कोर्ट में लाया गया. इस घटना की जिला वकील संघ ने कडे शब्दों में निंदा कर इस मामले में दोषियों पर कडे कार्रवाई की मांग की. जिसके लिए जिला वकील संघ द्बारा आज से बेमियादी कामबंद हडताल शुरु की गई है. आज हडताल का पहला दिन था. जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती तब तक जिला वकील संघ का कामबंद आंदोलन जारी रहेगा. ऐसी जानकारी भी जिला वकील संघ के सदस्यों ने दी. आंदोलन में जिला वकील संघ के सचिव एड. मुकेश देशमुख समेत एड. सुमित शर्मा, एड. चेतन बुंदेले, एड. छोटू सोनोने, एड. महेंद्र तायडे, एड. अथहर शमीम, एड. शब्बीर हुसेन, एड. शैलेश तिवारी, एड. शहजाद नैय्यर, एड. जाखड, एड. हरिश निंबलकर, एड. सिद्धार्थ गायकवाड, एड. परवेज खान, एड. शहेजेब खान, एड. शहीद खान, एड. भारत खडसे, एड. प्रवीण गायकवाड, एड. शिवशंकर आमझरे, एड. रवि गायकवाड, एड. सुधीर तायडे, एड. राफे, एड. विलास गावंडे, एड. विकास गवई, एड. भारती येवले, एड. अलवीना व अन्य वकील बडी संख्या में शामिल थे.
* सभी आरोपी जेल रवाना
कोर्ट में जिला वकील संघ के कामबंद आंदोलन के कारण कस्टडी पेशी अंतर्गत कोर्ट में पेश सभी आरोपियों को जेल रवाना किया गया. वकील ही नहीं रहने से कई पक्षकारों को भी असुविधा हुई. जिस पर जिला वकील संघ के अध्यक्ष एड. शोएब खान ने खेद जताते हुए दोषियों पर कडे कार्रवाई की मांग की. आज सुबह से कोर्ट का कामकाज शुरु होते ही किसी भी वकील ने कामकाज में हिस्सा नहीं लिया. दोपहर के सत्र में पुलिस कस्टडी पेशी दौरान भी वकीलों के कामबंद से कामकाज प्रभावित रहा.