नांदगांव पेठ प्रतिनिधि/दि.१० – पारस का लोहे को स्पर्श हुआ तो उसका सोना बन जाता है. राजन देशमुख पारस के समान है. राजन देशमुख ने अनेक व्यक्तियों के जीवन में बदलाव लाया है ऐसा प्रतिपादन पूर्व लेडी गर्वनर डॉ. कमल गवई ने व्यक्त किया. वे राजन देशमुख के ६५ वें जन्मदिन पर आयोजित पुस्तक तुला कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष के रुप में उपस्थित थी, तथा कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. गोविंद कासट, सत्कारमूर्ति राजन देशमुख, मालती देशमुख, कल्पना दुरने, सीमा डहाके, विद्या कोकाटे मंच पर उपस्थित थे.
पिछले २८ वर्षो से सार्वजनिक ग्रंथालय के माध्यम से राजन देशमुख सामाजिक कार्य कर रहे है नांदगांपेठ का नाम रोशन कर रहे है. उन्होंने नए-नए उपक्रम चलाकर समाज सेवा के माध्यम से अनेक लोगों का पुर्नवसन किया और वे यह जवाबदारी अविरत निभा रहे है. उनकी दो बेटियोंं ने उनके ६५ वें जन्मदिन के अवसर पर नमन विहार यहां पुस्तक तुला का आयोजन किया था. केक काटकर कार्यक्रम की शुुरुआत की गई जिसमें बहन कल्पना दुरने, सीमा डहाके, विद्या कोकाटे ने राजन देशमुख को तिलक लगाकर आरती उतारी, इस समय यहां पर उपस्थितों को भेंट स्वरुप पुस्तकें दी गई.
राजन देशमुख के वजन से अधिक पुस्तकें कार्यक्रम स्थल पर जमा हुई. यह सभी पुस्तकें सार्वजनिक ग्रंथालय को दी गई. इस समय डॉ. गोविंद कासट ने भी अपने विचार प्रकट किए इस अवसर पर प्रा. अरविंद देशमुख, धीरज देशमुख, केतकी देशमुख, तनया देशमुख, आदर्श शिक्षक संदीप आकोलकर, पत्रकार मंगेश तायडे, विजय कापडे, संतोष सिंह गहरवार, मंगेश गाडगे, संतोष शेंडे, श्रीकृष्ण बालापुरे, प्रा. सुनीला बालापुरे, गजानन इंगले, किशोर साखरवाडे, नरेंशचंद्र काठोडे, पंजाबराव सुंदरकर, अनिल खडसे, गजानन हिरुलकर, विलास अनासाने आदि मान्यवर उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन संदीप आकोलकर ने किया तथा आभार केतकी देशमुख ने माना.