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5 जिलों में 70 केंद्रों पर 11 हजार शिक्षकों का एक साथ प्रशिक्षण

विद्यापीठ का छात्र अब रोजगारक्षम

* सीबीसीएस प्रणाली वाला पहला विवि
* कुलपति और शिक्षा मंत्री ने की प्रशंसा
* उपकुलपति मालखेडे और टीम की प्रशंसा
अमरावती/दि.17 – संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ में लागू सीबीसीएस प्रणाली प्रदेश में अपनी तरह की पहली व्यवस्था हैं. इससे विद्यापीठ का विद्यार्थी कौशल्याधिष्ठित और रोजगारक्षम होगा. विवि के उपकुलपति डॉ. मालखेडे और उनका समस्त दल इसके लिए अभिंनदन का पात्र हैं. यह ऐतिहासिक कदम हैं. एक साथ 70 केंद्रों पर 11 हजार से अधिक शिक्षकों को साथ-साथ प्रशिक्षण देने का भी कार्य ्रक्रांतिकारी हैं. यह प्रतिपादन प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील ने आज किया. वे अमरावती विवि के डॉ. के. वी. देशमुख सभागार में आयोजित सीबीसीएस प्रणाली के प्रशिक्षण उद्घाटन कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागी हुए थे. विवि के कुलपति और राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, शिक्षा प्रधान सचिव डॉ. विकासचंद्र रस्तोगी तथा डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे भी आभासी रुप में सहभागी हुए. कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे, प्र-कुलगुरु डॉ. विजयकुमार चौबे, कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख, एचआरडी केंद्र के संचालक डॉ. प्रसाद वाडेगांवकर, अधिष्ठाता डॉ. वैशाली गुडधे व्यासपीठ पर उपस्थित थे.
* नई शिक्षा नीति में आमूलाग्र बदलाव
चंद्रकांत पाटील ने कहा कि, उपकुलपति डॉ. दिलीप मालखेडे ने विद्यापीठ में अपनाई सीबीसीएस प्रणाली और ध्यास अन्य विवि के लिए भी प्रेरणास्पद है. विद्यार्थियों को आज के दौर में व्यवसायाभिमुख शिक्षा प्राप्त होना और उनकी शिक्षा में दिलचस्पी होना, इसके लिए पसंदीदा विषय की चॉईस की कुलगुरु की सोच प्रशंसनीय हैं. पाटील ने कहा कि, यह प्रदेश की नई शिक्षा नीति में आमूलाग्र परिवर्तन ला देगा. सचमुच इससे ऐसे विद्यार्थी बनेंगे. जो अपने क्षेत्र और काम में कुशल तथा रोजगारक्षम होंगे. उन्हें काम खोजने जाना नहीं पडेगा. काम खुद चलकर उनके पास आएंगा.
* मातृभाषा में इंजी. की पढाई
कुलपति, महामहिम भगतसिंह कोश्यारी ने कहा कि, मातृभाषा में अभियांत्रिकी की शिक्षा देने का प्रयत्न सरकार का हैं. ऐसे ही राज्य फैकल्टी डेवलपमेंट संस्था के माध्यम से 75 हजार शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा. विद्यापीठ को सभी प्रकार की मदद की जाएगी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी के शिक्षा के विकास हेतु उठाये गये कदमों का भी गौरवपूर्ण जिक्र किया. राज्यपाल ने कहा कि, भारत का नौजवान सभी बातों से ज्ञानी, कौशल्य प्राप्त और आत्मनिर्भर रहने का मोदी का सपना हैं. राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि, सभी शाखाओं में सीबीसीएस लागू करना एक यूनिक कीर्तिमान हैं. डॉ. मालखेडे के राष्ट्रीय स्तर पर किये गये कार्यों और अनुभव का लाभ अमरावती विवि को हो रहा हैं. विवि तरक्की कर रही हैं.
* शैक्षणिक बदलाव
उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डॉ. विकासचंद्र रस्तोगी ने कहा कि, डेढ लाख अध्यापकों के माध्यम से महाराष्ट्र में शैक्षणिक बदलाव होगा. शिक्षकों को प्रशिक्षित कर नये कोर्सेस और नई नीति की जानकारी विद्यार्थी केंद्रीत घटकों तक पहुंचाना हैं.
* कुलगुरु ने दी जानकारी
विद्यार्थी को अपनी पसंद का विषय पढने की छूट देने वाले नये सीबीसीएस कार्यक्रम की जानकारी उपकुलपति डॉ. मालखेडे ने दी और बताया कि, 5 जिलों के 70 केंद्रों पर 400 महाविद्यालय के 11 हजार शिक्षकों को एक साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं. नये कोर्स को सभी घटकों तक पहुंचाने की दृष्टि से विवि अथक परिश्रम कर रहा हैं. घंटों बैंठके ली गई. सभी पदवी और स्नातकोत्तर कोर्सेस में नई प्रणाली को अपेक्षित बदलाव किये गये हैं. सभी प्राधिकारिणी का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ हैं. संत गाडगे बाबा की प्रतिमा का पूजन, पुष्पअर्पण, दीप प्रज्वलन और विद्यापीठ गीत से कार्यक्रम आरंभ हुआ. स्वागत भाषण प्र-कुलगुरु डॉ. विजय कुमार चौबे ने किया. प्रस्ताविक और आभार प्रदर्शन कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख ने किया. संचालन डॉ. वर्षा लोमटे और उपकुलसचिव डॉ. सुलभा पाटील ने किया.

* होगा परिपूर्ण विद्यार्थी
सीबीसीएस प्रणाली में अपनी पसंद का विषय चुनने और उसमें पारंगत होने से विद्यार्थी का कौशल्य बढेगा. उसे उद्यम और रोजगार के बडे अवसर मिलेंगे. परिपूर्ण विद्यार्थी तैयार होंगे. क्योंकि कोर्सेस में प्रोजेक्ट, इंटरनशिप अनिवार्य की गई हैं. आत्मनिर्भर भारत के लिए यह महत्वपूर्ण कदम हैं. अगले 5 वर्षों में जीईआर को 27 प्रतिशत से बढाकर 40 प्रतिशत तक ले जाने का ध्येय डॉ. मालखेडे ने व्यक्त किया.

* झलकियां
– कुलपति भगतसिंह कोश्यारी और डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने वीडियो क्लिप से विद्यार्थियों से संवाद किया.
– शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील और प्रधान सचिव डॉ. विकासचंद्र रस्तोगी ने ऑनलाइन संवाद किया.

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