सिंगल यूज प्लास्टिक बंदी : चोर छोड संन्यासी को फांसी
छोटे-मोटे व्यापारियों पर मनपा कर रही कार्रवाई
* प्लास्टिक उत्पादकों की ओर जानबूझकर अनदेखी
अमरावती/दि.2- आगामी 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पाबंदी लागू कर दी जायेगी. वहीं इससे पहले जहां 50 मायक्रॉन से कम वाली प्लास्टिक पन्नियों पर प्रतिबंध लगाया गया था, वहीं अब 75 मायक्रॉन से कम रहनेवाली प्लास्टिक पन्नियों पर पाबंदी लगायी गई है. जिसके लिए मनपा द्वारा पूरे शहरभर में अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन इसके तहत अपनी दुकानों मेंं सामान की पैकिंग के लिए प्लास्टिक पन्नी का उपयोग करनेवाले दुकानदारों पर ही कार्रवाई की जा रही है. वहीं जिन कारखानों में 75 और 50 मायक्रॉन से कम रहनेवाली प्लास्टिक पन्नियों का उत्पादन किया जाता है, उनकी ओर मनपा प्रशासन का कोई ध्याान नहीं रहता. इसमें भी एक बात विशेष उल्लेखनीय है कि, शहर में रास्तों के किनारे खडे रहकर साग-सब्जि व फल-फु्रट का व्यवसाय करनेवाले फूटकर विक्रेताओं द्वारा अब भी बेहद पतली रहनेवाली हलके दर्जे की प्लास्टिक पन्नियों का प्रयोग किया जा रहा है. परंतू मनपा प्रशासन द्वारा उनकी ओर भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता. बल्कि तमाम निती-नियमों और लाईसेन्स प्रक्रिया का पालन करते हुए व्यवसाय करनेवाले किराणा, दुध डेअरी तथा होटल व रेस्टॉरेंट जैसी आस्थापनाओं पर ही मनपा प्रशासन का विशेष ध्यान रहता है. इसे लेकर भी आश्चर्य ्रव्यक्त करने के साथ-साथ शहर में कई तरह की चर्चाएं चल रही है.
* भरना पडता है दंड
75 मायक्रॉन से कम रहनेवाली प्लास्टिक पन्नी पाये जाने पर पहली बार 5 हजार रूपये का दंड लगाया जाता है. वहीं यह गलती दुबारा होने पर सीधे फौजदारी मामला दर्ज किया जाता है.
* शहर में नाम के लिए ही है प्लास्टिक बंदी
साग-सब्जि व फल विक्रेताओं द्वारा 75 मायक्रॉन से कम रहनेवाली प्लास्टिक पन्नियों का धडल्ले के साथ प्रयोग किया जाता है और ये पन्नियां मनपा के पथक को न दिखे, इस हेतु उन्हें बराबर छिपाकर रखा जाता है और साग-सब्जि व फल खरीदनेवाले ग्राहकों को माल देते समय चुपके से 50 मायक्रॉन से कम वाली पन्निया निकालकर उन्हें प्रयोग में लाया जाता है.
* मनुष्यबल की कमी से जूझ रही मनपा
मनपा के स्वच्छता विभाग तथा झोन कार्यालयों द्वारा प्लास्टिक बंदी की मुहिम चलाई जा रही है. यद्यपि यह मुहिम झोन स्तर पर चलाई जाती है, किंतु कर्मचारी स्वच्छता विभाग के रहते है. जिसके चलते काम करने में आपसी समन्वय नहीं हो पाता. वहीं मनपा प्रशासन के पास पहले ही आवश्यक मनुष्यबल की कमी है. जिसकी वजह से प्लास्टिक बंदी के प्रभावी अमल को लेकर काफी समस्याएं व दिक्कतें आ रही है.
* एक साल में हुई कितनी कार्रवाईयां
महानगर पालिका द्वारा वर्ष 2018 में 1,329.5 किलो, वर्ष 2019 में 484 किलो, वर्ष 2020 में 36 किलो तथा वर्ष 2021 में 69 किलो प्रतिबंधित प्लास्टिक को जप्त किया गया. जिसके लिए वर्ष 2018 में 11 लाख 95 हजार रूपये, वर्ष 2019 में 9 लाख 30 हजार रूपये, वर्ष 2020 तथा वर्ष 2021 में प्रतिवर्ष 1 लाख 80 हजार रूपये का दंड संबंधितों से वसूल किया गया.
75 मायक्रॉन से कम रहनेवाली प्लास्टिक पन्नियों का प्रयोग प्रतिबंधित है और 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक बंदी के नियम पर अमल किया जायेगा. ऐसे में मनपा प्रशासन द्वारा शहर को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त रखने हेतु सातत्यपूर्ण कार्रवाई की जा रही है.
– डॉ. सीमा नेताम
उपायुक्त, मनपा