* जलाशयों के प्रदूषण में बाढ
* आज ही त्यागे पानी की बोतल, पैकिंग आइटम
अमरावती/दि.5- केवल एक बार उपयोग में लाए जाने वाले प्लास्टिक के कारण पर्यावरण को सर्वाधिक खतरा पैदा हो रहा है. दुनियाभर के समुद्र और जलाशयों में प्लास्टिक प्रदूषण और एक बार उपयोग वाला प्लास्टिक बहुत हानी पहुंचा रहा है. ऐसे ही लोगों के स्वास्थ्य पर भी दुष्परिणाम अब सामने आ रहे हैं. इसलिए विश्व पर्यावरण रक्षण दिवस पर पानी की बोतल और अन्य कंटेनर्स आदि के इस्तेमाल पर रोक लगाने का प्रण करने का वक्त आ गया है.
* हर मिनट 10 लाख बोतलें
दुनिया में प्रत्येक मिनट पानी की 10 लाख प्लास्टिक बोतल बेची जा रही हैं. ऐसे ही प्रतिवर्ष 5 लाख करोड प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल हो रहा है. अर्थात दुनिया में तैयार हो रहा आधा प्लास्टिक केवल एक बार उपयोग कर फेंक दिया जा रहा. यह भी बता दे कि कुल प्लास्टिक उत्पादन में से 36 प्रतिशत का उपयोग पैकिंग के लिए होता है. नाना प्रकार की वस्तुओं की पैकिंग हेतु यह प्लास्टिक सिर्फ एक बार उपयोग में लाया जाता है. इसी रफ्तार से प्लास्टिक का उपयोग चलता रहा तो, 2040 तक लगभग 4 करोड टन कचरा समुद्र में फेंका जाएगा. जिसका निश्चित ही पर्यावरण पर बहुत बुरा असर होगा.
*सिंगल यूज में यह शामिल
-पानी की बोतल, कंटेनर, बिस्कुट ट्रे
– शैम्पू बोतल, दूध की बोतल, फ्रीजर बैग्ज, आइस्क्रीम कंटेनर्स
– विविध वस्तुओं के पैकेजिंग, गरम पेय पदार्थो के कप
– चिप्स पाउच, माइक्रावेव थाली, बोतल के ढक्कन, कप
– फूड पैकेजिंग फिल्म
* आप ऐसे रोक सकते हैं
– जलाशय तटों पर, सार्वजनिक परिसर और उद्यानों में स्वच्छता कर.
– नदियों में सर्वाधिक प्लास्टिक कचरा बह जाता है, नदी स्वच्छता अभियान में शामिल हो.
– कागज की थैलियों का उपयोग करे, दोबारा उपयोग करनेवाले कंटेनर का इस्तेमाल करे.
– प्लास्टिक पैकिंग वाली वस्तुएं न लें, कप और प्लेट का पुन: उपयोग करने लायक ही लें.
– प्लास्टिक बोतल का उपयोग टालें.
– दुकानदार, रेस्तरा चालक और अन्य से प्लास्टिक का उपयोग न करने का आग्रह करे.
– प्लास्टिक कटलरी स्ट्रा का यूज न करें.
– सस्ते फैशन की बजाए लंबे समय तक टिकने वाले कपडे पहनें.
– सौंदर्य प्रसाधनों का सावधानीपूर्वक उपयोग करें, जरुरत न हो तो उपयोग ही न करें उनका माइक्रो प्लास्टिक जलाशयों में जा मिलता है.