अमरावतीमहाराष्ट्र

पुनवर्सन के पत्र से सिपना वन्यजीव विभाग की खुली नींद

सेमाडोह पुनर्वसन में गणतंत्र दिवस पर विशेष ग्रामसभा में मंथन

अमरावती /दि.26– मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के अति संरक्षित क्षेत्र में बाघ व अधिवास क्षेत्र रहने के कारण इस क्षेत्र से बडे पैमाने पर आदिवासी बस्तियों का पुनर्वसन मेलघाट से बाहर किया जा रहा है. ऐसे में सेमाडोह के पुनर्वसन का मुद्दा अब तपने लगा है. सिपना वन्यजीव विभाग ने वरिष्ठ कार्यालय के आदेश पर इसे लेकर एक पत्र जारी किया है. जिसे आज 26 जनवरी को आयोजित ग्रामसभा में ग्रामपंचायत द्वारा विषय के तौर पर चर्चा हेतु रखा गया है.

बता दें कि, परतवाडा-धारणी मार्ग पर स्थित सेमाडोह गांव का पुनर्वसन करने की मांग विगत लंबे समय से पशुपालकों व आदिवासियों द्वारा की जा रही है. साथ ही यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि, सिपना वन्यजीव विभाग अंतर्गत शामिल इस गांव का पुनर्वसन करने की प्रक्रिया को अनदेखा करते हुए संबंधित विभाग द्वारा वरिष्ठाधिकारी को दिशाभूल की जा रही है. ऐसे में क्षेत्रवासियों द्वारा जिलाधीश, मुख्य वनसंरक्षक तथा मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के क्षेत्र संचालक के बार-बार मुलाकात करते हुए उन्हें अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया. जिसके चलते अब कही जाकर मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के क्षेत्र संचालक ने सिपना वन्यजीव विभाग के उपवनसंरक्षक को पुनर्वसन की प्रक्रिया करने के संदर्भ में पत्र दिया था. जिस पर अब कार्रवाई शुरु हुई है.

* ग्रामसभा बताएगी पुनर्वसन के नियम
आज 26 जनवरी को आयोजित विशेष ग्रामसभा में व्याघ्र प्रकल्प के अधिकारी भी शामिल हुए. जिन्होंने पुनर्वसन प्रक्रिया के तहत आदिवासियों को दिये जाने वाले फायदे तथा आर्थिक बातों से संबंधित नियमावली के बारे में गांववासियों का मार्गदर्शन किया. विशेष उल्लेखनीय है कि, व्याघ्र प्रकल्प द्वारा किये गये सर्वेक्षण में 64 फीसद नागरिकों ने पुनर्वसन के लिए हामी भर दी थी. परंतु शेष बचे हुए लोगों को कुछ विशिष्ट गैर आदिवासियों द्वारा गलत जानकारी देते हुए बरगलाने का प्रयास किया जा रहा था. ऐसे मामले भी सामने आये है.

* सेमाडोह में पुनर्वसन को लेकर बुलाई गई ग्रामसभा में व्याघ्र प्रकल्प की ओर से दिये जाने वाले मुआवजे तथा आर्थिक सहित अन्य मुद्दों को लेकर जानकारी देते हुए क्षेत्र के ग्रामीण आदिवासियों का मार्गदर्शन किया गया.
– सचिन नवरे,
वनपरिक्षेत्र अधिकारी, सेमाडोह.

* ग्रामपंचायत द्वारा पुनर्वसन से संबंधित मुद्दे पर सभी गलतफहमियों को दूर करते हुए गांववासियों का सटिक मार्गदर्शन करने हेतु आज विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया गया. जिसमें व्याघ्र प्रकल्प के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी मार्गदर्शन किया गया.
– सुरेंद्र चिकटे,
ग्रामसचिव, सेमाडोह

Related Articles

Back to top button