अमरावती

साहब, हमारे बेगुनाह बच्चों को घर से उठाकर ले गई पुलिस

मसानगंज परिसरवासियों ने सुनाई अपनी व्यथा

* नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने किया तनावग्रस्त इलाकों का दौरा

* हनुमान नगर परिसरवासियों से भी की मुलाकात

अमरावती/दि.22- बीते सप्ताह 12 व 13 नवंबर को हुई हिंसा व तोडफोड की घटनाओं का जायजा लेने हेतु गत रोज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस अमरावती पहुंचे और अमरावती पहुंचते ही विगत दिनों दहशत व तनाव के साये में रहनेवाले मसानगंज एवं हनुमान नगर परिसर का दौरा किया. इस समय मसानगंज परिसर की कई महिलाओं ने खुद होकर सामने आते हुए पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस को बताया कि, पुलिस द्वारा कैसे उनके बच्चों को घरों से उठाकर ले जाया गया है, जबकि उन बच्चों का किसी भी तरह की हिंसा या तोडफोड में कोई समावेश नहीं था. वहीं हनुमान नगर परिसरवासियों ने विगत एक सप्ताह से जारी डर व दहशत के माहौल को लेकर अपनी व्यथा पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस के सामने रखी.
गत रोज अमरावती आगमन के बाद सरकारी विश्रामगृह पर भाजपा पदाधिकारियों के साथ करीब 45 मिनट की लंबी चर्चा करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री देवेेंद्र फडणवीस शहर के उन हिस्सों की ओर रवाना हुए, जहां पर विगत सप्ताह हालात काफी तनावपूर्ण थे. इस समय भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर तथा पूर्व उर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी उनके साथ मौजूद थे. साथ ही साथ सैंकडों भाजपा कार्यकर्ता भी अपने-अपने वाहन लेकर फडणवीस के काफीले में शामिल थे. सुबह करीब 11.05 बजे पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस मसानगंज परिसर पहुंचे. जहां पर उन्होंने परिसर के कई इलाकों का पैदल घुमकर दौरा किया और परिसरवासियों से बातचीत भी की. इसी दौरान मसानगंज परिसर में रहनेवाली एक महिला ने पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस को अपना दुखडा सुनाते हुए बताया कि, शनिवार को जब मसानगंज परिसर में तनाव व्याप्त हुआ, उस समय उनके परिजनों के दुपहिया वाहन घर के सामने खडे हुए थे और उनका बेटा दुपहिया वाहनों को घर के भीतर ला रहा था. तभी पुलिस द्वारा उसे पकड लिया गया और थोडी देर में वापिस छोडने की बात कहते हुए पुलिस उसे अपने साथ ले गई. लेकिन बाद में उस पर धारा 307 के तहत अपराध दर्ज किया गया. इसी तरह इस परिसर के कई नागरिकों ने विगत शनिवार को हुई हिंसा व तोडफोड के बाद पुलिस द्वारा की गई ज्यादतियों की शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस के सामने रखी. इस समय शहर की उपमहापौर कुसुम साहू व क्षेत्र के पार्षद राजेश साहू पड्डा सहित परिसर के अनेकों गणमान्य नागरिक उपस्थित थे.
यहां से निकलकर पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस सुबह करीब 11.30 बजे हनुमान नगर परिसर का दौरा करने पहुंचे. जहां पर खोलापुरी गेट पुलिस चौकी के पास पहुंचते ही क्षेत्र के नागरिकों ने बीते शनिवार को हुई हिंसक वारदातों को लेकर अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा गया कि, वे लोग हमेशा ही इस परिसर में काफी हद तक डर के साये में रहते है. इससे पहले सन 1986 व 1992 में भी इस परिसर में धार्मिक दंगों को भुगता था. उस समय यह इलाका एक तरह से झोपडपट्टी ही था. किंतु अब यहां पर सीमेंट कांक्रीट के पक्के मकान बन चुके है. लेकिन इसके बावजूद अगर कहीं से कोई पत्थर आकर गिरता है, तो क्षेत्रवासियों को अपना घर छोडकर भागने पर मजबूर होना पडता है. विगत शनिवार को भी इस परिसर के कई लोग तोडफोड व पत्थरबाजी के बीच अपना घर छोडकर भागने के लिए मजबूर हुए थे.

* हनुमान नगर में बनाया जाये स्वतंत्र पुलिस स्टेशन

इस दौरे के समय क्षेत्र के पार्षद आशिष अतकरे ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक ज्ञापन सौंपने के साथ ही कहा कि, हनुमान नगर एक बेहद संवेदनशिल इलाका है. ऐसे में यहां पर स्वतंत्र पुलिस स्टेशन स्थापित किये जाने की सख्त जरूरत है. क्योंकि इस परिसर में दोनों ही समुदायों के लोगों की अच्छी-खासी बहुतायत है. ऐसे में यहां पर किसी भी समय छोटी-मोटी बात को लेकर भी टकराववाली स्थिति बन सकती है. जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि, वे जल्द ही इस बारे में वरिष्ठ स्तर पर बात करेंगे.

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