वर्धा/दि.17– दीपावली के बाद भाईदूज के पर्व पर अपने भाई से मिलने जा रही बहन की कार हादसे में मौत हो गई. यह घटना गुरुवार की दोपहर डेढ बजे के आसपास दिंडोडा गांव के निकट टाकली किटे परिसर में घटित हुई. इस हादसे में मृतक महिला के पति और दो बच्चों की जान बाल-बाल बच गई.
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक चंद्रपुर निवासी रश्मी प्रशांत माकोडे अपने पति प्रशांत वसंत माकोडे (40) तथा दो बेटे पार्थ (9) व अथर्व (7) के साथ कार क्रमांक एमएच-34/वीआर-5740 में सवार होकर चंद्रपुर से सेलू की ओर जा रही थी. परंतु सेलू से 12 किमी की दूरी पर स्थित टाकली किटे के घुमावदार रास्ते पर माकोडे परिवार की कार अनियंत्रित होकर पलटी खा गई. जिसमें रश्मी के सिर पर काफी गंभीर चोट आयी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं कार चला रहे प्रशांत माकोडे सहित उनके दोनों बच्चों को भी छिटपूत चोटे आयी. हादसे की जानकारी मिलते ही रश्मी माकोडे के शव को सेवाग्राम अस्पताल में पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया गया तथा तीनों घायलों को इलाज हेतु भर्ती कराया गया. वहीं पोस्टमार्टम पश्चात रश्मी माकोडे के शव को पहले सेलू स्थित उसके मायके ले जाया गया. जहां पर मायके वालों द्वारा अंतिम दर्शन किए जाने के बाद पार्थिव को चंद्रपुर स्थित रश्मी के ससुराल ले जाया गया और अंतिम संस्कार किए गए.
* इंतजार था बेटी का, घर पर आया शव
हर वर्ष की तरह भाईदूज पर अपने भाई को तिलक लगाकर उसकी आरती उतारने हेतु रश्मी अपने परिवार सहित सेलू स्थित अपने मायके आ रही थी. इस बात का पहले से पता रहने के चलते उसके मायके वाले बेहद आनंदीत थे और बेटी व दामाद सहित उनके बच्चों का इंतजार कर रहे थे. साथ ही वे लोग कब तक पहुंचेंगे, इस बात को जानने हेतु मायके वाले लगातार रश्मी के संपर्क में भी थे. हादसे से कुछ ही समय पहले रश्मी ने अपने मायके वालों को फोन करते हुए बताया था कि, वे लोग सेलू से थोडी ही दूरी पर है और आधे घंटे में घर पर पहुंच जाएंगे. जिसके चलते मायके में तैयारियां शुरु हो गई थी. परंतु इसी दौरान नियती का चक्र उलटा घुम गया और काल ने झपट्टा मार लिया. जिसके चलते रश्मी की मौत हो गई और रश्मी की बजाय उसके मायके में उसका शव पहुंचा. जिसे देखकर मायके वालों पर दुखों का पहाट टूट पडा.