कुंभीवाघोली के सीताफल पहुंचे आइस्क्रीम फैक्टरी में
ठेके में बिक्री व्यापारियों द्बारा रोजगार उपलब्ध
पथ्रोट (अमरावती)- / दि. 17 अचलपुर तहसील में आनेवाले कुंभीवाघोली ग्राम के वन परिसर के सीताफल आस्क्रीम फैक्टरी में पहुंचे है. इस कारण बगीचे ठेके में खरीदी करनेवाले व्यवसायियों की तरफ से वन हक समिति के सदस्यों को रोजगार भी उपलब्ध हुआ है. यहां के 30 हेक्टेयर क्षेत्र के जंगल में सीताफल के पेड है.
कुंभीवाघोली यह गांव वनविभाग द्बारा वर्ष 2015 में वनग्राम के रूप में घोषित करते हुए 21 सदस्यों की संख्या वन हक्क समिति गठित की गई थी. पश्चात वन विभाग ने यह 98 हेक्टेयर जंगल इस समिति के कब्जें में दिया था. 98 में से 30 हेक्टेयर जंगल में सीताफलों के पेड है. वनग्राम समिति के सदस्य खुद ही फल तोडकर बाजारपेठ में बिक्री के लिए ले जाते थे. लेकिन इस वर्ष सीताफल की अंजनगांव के व्यापारियों को 32 हजार रूपये में बिक्री की गई .तथापि वनग्राम समिति के सदस्यों ेने सीताफल तोडने के लिए व्यापारियों के पास रोजनदारी से काम भी शुरू किया. इस कारण रोजगार के लिए हो रहा उनका स्थलांतर रोकने में सहायता मिली है. तोडे गये यह सभी सीताफल व्यापारियों की तरफ से अकोला की एक आइस्क्रीम फैक्टरी में बिक्री के लिए भेजे जा रहे है. जहां 15 से 16 किलो फल वाले प्रति कैरेट को 225 रूपये दाम मिलते रहने की जानकारी व्यवसायी द्बारा दी गई है.
चोर करते है हमले
वनग्राम समिति के सभी सदस्य वन का संरक्षण कर उससे उत्पन्न निकालकर ग्रामविकास खर्च करते है. लेकिन वन संरक्षण करते समय फल चुरानेवालों की तरफ से हमले किए जाते है. ऐसे समय हमारे जान की सुरक्षा कौन करेगा, यह भय लगा रहता है. शासन द्बारा कुछ उपाय योजना करने की आवश्यकता है, ऐसी मांग वनग्राम समिति के अध्यक्ष सुखराम धांडेकर ने की है.
गुणकारी सीताफल
वैद्यकीय शास्त्र में सीताफल के गुणों का वर्णन किया गया है. इसके मुताबिक वजन बढाने के लिए सीताफल खाना अच्छे उपाय के रूप में कहा गया है. सीताफल में (क) जीवनसत्व भारी मात्रा में रहने से शरीर की रोग प्रतिकार शक्ति बढाने में बडी सहायता मिलती है. आंखों की दृष्टि तेज रहने के लिए भी सीताफल गुणकारी है. इस गुणकारी सीताफलों की बाजार में बडी मांग है.