* 14 लाख रुपए किए मंजूर
मोर्शी /दि. 6– पिछली युति सरकार के काल में सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने राज्य के कृषि मंत्री रहते हुए बुलढाणा जिले के मेहकर व मोर्शी तहसील के खेड इन दो स्थानों पर सीताफल हब निर्माण करने का निर्णय लिया. उस संदर्भ में खेड में प्रायोगिक तत्व पर सीताफल प्रक्रिया शुरु करने हेतु 14 लाख रुपए मंजूर किए. अब लगभग 6 वर्षों के बाद मोर्शी के वन परिक्षेत्र अधिकारी अमोल चौधरी की तत्परता से यहां सीताफल पर प्रक्रिया शुरु होने की गहन संभावना निर्माण हो गई है.
राज्य सीताफल महासंघ की ओर से बार-बार सीताफल फसल के लिए शासन को ठोस कदम उठाने के लिए शासन दरबार में अनेकों बार अनुगमन किया. आखिरकार डॉ. अनिल बोंडे ने राज्य में मेहकर व खेड में सीताफल हब निर्माण करने का निर्णय लिया तथा सीताफल उत्पादक पट्टे के रुप में पहचाने जाने वाले जिले के खेड में सीताफल प्रक्रिया प्रकल्प निर्माण करने के लिए तत्काल 14 लाख रुपए मंजूर किए. किंतु 6 वर्ष पूर्व मंजूर किया गया प्रकल्प गलत नीति के कारण शुरु नहीं हो पाया. इस पर सीताफल महासंघ के समन्वयक दिनेश शर्मा ने नाराजगी व्यक्त की थी. इसी बात की दखल लेते हुए अमरावती की मुख्य वनसंरक्षक ज्योति ब्यानर्जी ने तत्काल कार्यवाही के आदेश दिए.