अमरावती

छह माह की बच्ची की कोविड संक्रमण से मौत

जिले में अपनी तरह की पहली घटना

  • अब नवजात बच्चे भी आ रहे संक्रमण की चपेट में

अमरावती/दि.14 – कोविड संक्रमण का सबसे भयानक स्वरूप अब धीरे-धीरे सामने आ रहा है और छोटे व नवजात बच्चे भी इस संक्रमण की चपेट में आ रहे है, जो उनके लिए जानलेवा भी साबित हो रहा है. ऐसा मंगलवार को उस समय स्पष्ट हुआ, जब महज छह माह की बच्ची ने एक निजी कोविड अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड दिया. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यह अमरावती जिले ही नहीं, बल्कि समूचे राज्य में अपनी तरह का पहला मामला हो सकता है.
जानकारी के मुताबिक चांदूर रेल्वे तहसील अंतर्गत मांडवा गांव निवासी छह माह की बच्ची की तबियत बिगड जाने पर उसे चांदूर रेल्वे के एक अस्पताल में इलाज हेतु ले जाया गया. किंतु तबियत में कोई सुधार नहीं होने के चलते उसे अमरावती के एक निजी अस्पताल में भरती कराया गया. जहां पर स्वास्थ्य जांच पश्चात पता चला कि, इस बच्ची को मस्तिष्क ज्वर के साथ ही कोविड संक्रमण भी है. ऐसे में इस बच्ची को सुपर कोविड अस्पताल में भरती कराते हुए आयसीयू में रखा गया. किंतु यहां पर इतनी छोटी बच्ची के लिए आवश्यक सुविधा व बाल रोग विशेषज्ञ की व्यवस्था नहीं रहने के चलते इस बच्ची को डॉ. सोहेल बारी के बेस्ट हॉस्पिटल में इलाज के लिए भरती कराया गया. जहां पर इलाज के दौरान मंगलवार को इस बच्ची की मौत हो गयी.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए डॉ. सोहेल बारी ने बताया कि, इस बच्ची को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी और उसके शरीर में झटके भी आ रहे थे तथा महज 24 घंटे के इलाज के दौरान ही इस बच्ची की मौत हो गयी. जिला शल्य चिकित्सक की रिपोर्ट के मुताबिक इस बच्ची की मौत कोविड संक्रमण की वजह से हुई है. इस बारे में जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम के मुताबिक इस बच्ची के माता-पिता में से कोई भी कोविड संक्रमित नहीं है. ऐसे में पूरी संभावना है कि, मस्तिष्क ज्वर से पीडित इस बच्ची को जब इलाज के लिए अस्पताल में भरती कराया गया, तब वह कोविड संक्रमण की चपेट में आ गयी. इस बच्ची की मौत मस्तिष्क ज्वर से होने की भी संभावना है. किंतु चूंकि वह कोविड संक्रमित थी. ऐसे में मंगलवार को कोविड संक्रमण की वजह से मृत हुए लोगोें की सूची में इस बच्ची के नाम का भी उल्लेख किया गया है.

  • यह छोटी बच्ची मस्तिष्क ज्वर से पीडित थी और उसे बार-बार झटके भी आ रहे थे. साथ ही वह कोरोना से भी संक्रमित थी. यह बच्ची हमारे अस्पताल में इलाज के लिए केवल एक ही दिन रही और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
    – डॉ. सोहेल बारी
    बेस्ट हॉस्पिटल
  • मस्तिष्क ज्वर से पीडित यह बच्ची अमरावती लाये जाते समय ही काफी कमजोर थी. साथ ही कोरोना संक्रमण की चपेट में भी आ चुकी थी. इसी वजह से इस बच्ची को सुपर स्पेशालीटी से इलाज के लिए हमारे पास भेजा गया था. पश्चात हमने जांच हेतु इस बच्ची की रीढ की हड्डी से सीएसएफ का सैम्पल लिया, जिसमें प्रोटीन काफी बढा हुआ था. यानी इस बच्ची के मस्तिष्क में सुजन थी. अमूमन कोविड संक्रमित मरीज में ऐसे लक्षण काफी कम दिखाई देते है.
    – डॉ. अद्वैत पानट
    बालरोग विशेषज्ञ

अभिभावकों द्वारा बरती जाये अतिरिक्त सतर्कता

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक छोटे बच्चों में सर्दी-खांसी, बुखार व दस्त ये कोविड संक्रमण के लक्षण है. छोटे बच्चे खुद अपनी तकलीफे नहीं बता सकते. ऐसे में उनका अतिरिक्त ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है और जहां तक संभव हो, छोटे बच्चों को घरों से बाहर निकाला ही न जाये, बल्कि यदि छोटे बच्चों को अपने पास या गोद में लेना है, तो पहले खुद का सैनिटाईजेशन किया जाये. साथ ही घर के बुजुर्गों व छोटे बच्चों को एकसाथ न आने दिया जाये, क्योंकि एक-दूसरे के संपर्क में आने की वजह से दोनों में से कोई भी संक्रमण की चपेट में आ सकता है.

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