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शिवसेना की ओर से अनोखा आंदोलन
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स्वच्छता कर्मचारियों के कंपनी ने पीएफ व इएसआईसी के रुपए ही नहीं भरे
अमरावती प्रतिनिधि/ दि.२० – समाज कल्याण विभाग अंतर्गत ठेके पर काम करने वाले स्वच्छता कर्मचारी की ठेका कंपनी पुणे की ब्रिस्क इंडिया प्राईवेट लिमीटेड ने पीएफ व इएसआईसी के करोडों रुपए नहीं भरे. इतनी बडी गडबडी करने वाले कंपनी से रुपए वसूलकर कंपनी का काम तत्काल बंद करे तथा संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई करते हुए निलंबित करने की मांग करते हुए शिवसेना ने अनोखा आंदो
लन कर प्रादेशिक उपायुक्त के कक्ष में विभाग को ६ माह की कन्या दान में दी. शिवसैनिकों व्दारा दिये गए ज्ञापन के अनुसार भाजपा सरकार काल में १ अप्रैल को तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री राजकुमार बडोले के कार्यकाल में समाज कल्याण विभाग पुणे के माध्यम से ब्रिस्क इंडिया प्राईवेट लिमिटेड पुणे को सफाई कर्मचारियों व्दारा अमरावती, अकोला, बुलढाणा, वाशिम, यवतमाल इन जिले में समाज कल्याण विभाग के शासकीय निवास स्कूल में स्वच्छता का ठेका दिया. ठेका देते समय पुणे के समाज कल्याण आयुक्त ने नियम व शर्तों के साथ दिये आदेश के आधार पर ठेका दिया. कंपनी में कर्मचारियों के पीएफ व इएसआईसी के रुपए संबंधित विभाग में भरकर उसकी रसीद समाज कल्याण विभाग में चेक के साथ जोडना बंधनकारक होने की बात स्पष्ट उल्लेख की थी. परंतु कंपनी ने तब से अब तक रुपए भरे ही नहीं, ऐसा इएसआईसी कार्यालय ने शिवसैनिकों को एक पत्र व्दारा बताया है. उस कंपनी ने रुपए न भरने का पत्र समाज कल्याण विभाग को दिया.
अब रुपए भरे ही नहीं, ऐसा इएसआईसी कार्यालय कह रहा है तब समाजकल्याण विभाग व्दारा ३० करोड रुपए के चेक कैसे दिये गए ऐसा प्रश्न निर्माण हो रहा है यानी यह सिध्द होता हे कि समाज कल्याण विभाग के अधिकारी व कंपनी व्दारा मिली भगत कर प्रिती अनंत कडू जैसे पांच जिले के कर्मचारियों को शोषण करते हुए वेतन से रुपए काटने के बावजूद संबंधित कार्यालय में रुपए जमा नहीं किये. इसमें शासन के करीब ३० करोड रुपए की हेराफेरी की गई. प्रिती कडू नामक महिला ने कंपनी व समाज कल्याण विभाग में इएसआईसी का लाभ प्रसूति के लिए मिले, इसके लिए बीते आठ माह से कई बार शिकायत दी मगर न्याय नहीं मिला. इतना ही नहीं तो काम से हटाने की धमकियां भी दी गई.
इस वजह से शिवसैनिकों ने आज महानगर प्रमुख पराग गुडधे के नेतृत्व में प्रिती कडू के साथ समाज कल्याण कार्यालय में जाकर ६ माह की बच्ची सहायक आयुक्त के दालान में दान कर आंदोलन किया. यह आंदोलन करते समय पराग गुडधे, वैभव मोहोकार, गोपाल राणे, विजय ठाकरे, अक्षय चराटे, आदित्य ठाकरे, शिवा चौधरी, कांचन ठाकुर आदि अन्य शिवसैनिक उपस्थित थे.