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सेवाग्राम के भी स्लीपर कोच हटाए, बढे एसी कोच

शीघ्र महाराष्ट्र और प्रेरणा में भी कम होंगे सामान्य वर्ग के डब्बे

अमरावती/ दि. 7- रेलवे ने नागुपर- दादर के बीच दशकों से चल रही सेवाग्राम एक्सप्रेस से भी शयनयान कोच की संख्या घटाकर 4 कर दी है. उनके स्थान पर एसी थर्ड के कोच बढा दिए गये है. पहले शयनयान डिब्बों की संख्या 12 थी. जिसे घटाया गया है. रेलवे का कहना है कि वह यात्रियों को सुरक्षित और सुविधापूर्ण प्रवास की सेवा देना चाहता है. जबकि सामान्य रेल यात्रियों ने इसे रेलवे की लूट करार दिया है. उनका आरोप है कि रेलवे सामान्य नागरिकों से दूर हो रही है.
* घटाए स्लीपर कोच
रेलवे ने घोषणा की है कि सेवाग्राम दादर एक्सप्रेस की बोगी संख्या 24 से घटाकर 22 करते हुए आगामी 25 मई से गाडी में एलएचबी कोच लगाए जायेंगे. 12139- 12140 ट्रेन के स्लीपर डिब्बे कम हो जायेंगे. उनके स्थान पर 12 इकनॉमी एसी थ्री कोच होंगे. नागपुर से सीएसएमटी का शयनयान का किराया 460 रूपए है. एसी थ्री का भाडा 1125 रूपए हैं.
* रेल यात्रियों ने किया विरोध
रेल यात्री केंद्र के ब्रज भूषण शुक्ल ने ट्रेन की नई संरचना से सामान्य लोगों को दिक्कत होगी. लोगों को अधिक किराया देकर एसी थ्री कोच में सफर करना पडेगा. शुक्ल ने बताया कि गोंदिया- कोल्हापुर महाराष्ट्र एक्सप्रेस और नागपुर- अहमदाबाद प्रेरणा एक्सप्रेस में भी शयनयान कोच हटाकर एलएचबी कोच की संख्या बढाई जानेवाली है. साफ है कि लोगों का यात्रा खर्च बढेगा. शयनयान की सीटे कम रहने से लोगों को मजबूरन एसी का भाडा देकर सफर करना पडेगा.
* रेल अधिकारी का कहना
मध्य रेलवे के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक (वाणिज्य) अमन मित्तल ने तर्क दिया कि एलएचबी कोच लगाना रेलवे के आधुनिकीकरण के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. यह कोच ट्रेन में दुर्घटना होने पर यात्रियों का बचाव करते हैं. इनमें टक्कर प्रतिरोध क्षमता होने से जानमाल का नुकसान टाला जा सकता है. मित्तल के अनुसार एलएचबी कोच से यात्रा अन्य कोच की तुलना में काफी सुरक्षित है. उधर जेडआरयूसीसी सदस्य रहे प्रवीण दाबली का कहना है कि रेलवे को सामान्य यात्रियों की दिक्कतों के बारे में सोचना चाहिए. रेलवे क सफर ऐसा रहना चाहिए कि आधुनिकीकरण अपनाया जाए. साथ ही आम यात्रियों को अधिक परेशानी न हो.
* अनेक ने किया विरोध
अमरावती में मॉडल स्टेशन पर रेल यात्रियों से अमरावती मंडल ने बात की. उन्होंने रेलवे की शयनयान कोच कम करने की नीति का कडा विरोध किया. राजेश नानवानी ने कहा कि सामान्य लोग शयनयान कोच प्रीफर करते हैं. उन्हें लगभग तीन गुना भाडा देकर एसी थ्री कोच में सफर करना पडेगा. कई बार बिजनेस, जॉब और अन्य जरूरी कामों से यात्रा करना अनिवार्य हो जाता है, ऐसे में अधिक किराया अदा कर लोग रेल से यात्रा करते हैं.

 

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