-
जिले में वरूड, चिखलदरा, अंजनगांव व धामणगांव में सर्वाधिक नुकसान
अमरावती/दि.२३ – गत रोज विदर्भ के अधिकांश जिलों में धुआंधार बारिश हुई है. इसमें भी अमरावती जिले में विगत दो दिनों से बारिश की झडी लगी हुई है. जिसकी वजह से शहर की निचली बस्तियों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के कई इलाकों के खेतों में बारिश का पानी जा घुसा है. साथ ही इस बारिश की वजह से आम जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है. इसके अलावा इस मुसलाधार बारिश की वजह से जिले के अंजनगांव सूर्जी, वरूड, धामणगांव रेल्वे, चिखलदरा व दर्यापुर तहसील में खेती-किसानी का काफी नुकसान हुआ है. वहीं विगत दो दिनों से चल रही झमाझम और मूसलाधार बारिश के चलते जिले सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र के नदी-नालों में जबर्दस्त बाढ आयी हुई है तथा कई इलाकों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है.
विगत कुछ दिनों से अप्पर वर्धा प्रकल्प के कैचमेंट एरिया तथा मध्यप्रदेश में निरंतर बारिश होने के चलते वर्धा, मालू, पाक और जाम नदी का जलस्तर जबर्दस्त ढंग से बढा हुआ है और मोर्शी स्थित अप्पर वर्धा बांध के १३ में से ७ गेट ३० सेंटीमीटर तक खोलते हुए यहां से जलनिकासी की जा रही है. वहीं दूसरी ओर अमरावती संभाग सहित विदर्भ क्षेत्र के सभी छोटे-बडे बांध इस समय लबालब भर चुके है और कई बांधों से जलविसर्ग किया जा रहा है. जिसकी वजह से सभी छोटे-बडे नदी-नालों में बाढ आयी हुई है. जिसके चलते कई प्रमुख मार्गों पर यातायात कई-कई घंटों तक ठप्प पडा है. साथ ही बारिश और बाढ का पानी लोगों के घरों और खेतों में घुस रहा है. जिसकी वजह से तहसील व ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त होने के साथ ही काफी बडे पैमाने पर नुकसान का सामना करना पड रहा है.
जानकारी के मुताबिक अमरावती जिले के अंजनगांव, वरूड, चिखलदरा व धामणगांव में बारिश की वजह से फसलों का काफी बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. साथ ही लगातार हो रही बारिश की वजह से जिले के संतरा बागान भी बुरी तरह से प्रभावित हुए है. ऐसे में जिले के किसानों द्वारा प्रशासन से जिले में गीला अकाल घोषित किये जाने की मांग की जा रही है. साथ ही बाढ और बारिश की वजह से जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा दिये जाने की भी मांग की जा रही है.