अमरावती/दि.17- जिले के शहर व ग्रामीण इलाकों में सर्पदंश की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है. जिले में सात माह में 960 सर्पदंश की घटना सामने आयी है. इस कालावधि में दो लोगों की सर्पदंश से मृत्यु होने की जानकारी जिला अस्पताल प्रशासन ने दी है. इस वर्ष यह प्रमाण बढ़ा है. गत वर्ष सात माह में 425 नागरिकों को सर्पदंश होने की बात दर्ज है.
शहर समेत जिले में अनेक स्थानों पर वन क्षेत्र में नागरिक अतिक्रमण कर जंगल नष्ट कर रहे हैं. इस कारण नागरिकों की बस्ती के आसपास सांपों का संचार बढ़ने लगा है. यह सांप ठंडे स्थान पर बैठे रहने से आसानी से दिखाई नहीं देते. जिले के अधिकांश परिसर पहाड़ी और खेती के रहने से यहां सांपों का संचार अधिक मात्रा में होता है. इसमें नाग, घोणस, धामण, मनियार, फुरसे समेत अन्य प्रजाति के सांप दिखाई देते हैं. खेत में व अन्य स्थानों पर काम करते समय गल्ती से सांप पर पैर पड़ने अथवा अनजाने में उनके निवासस्थान पर धक्का पहुंचने से सांप के दंश किए जाने की घटना घटित हो रही है. जिले में पिछले सात माह में 960 सर्पदंश होने की घटना घटी. जबकि जनवरी 2022 से जुलाई 2022 में 425 सर्पदंश हुए हैं. पिछले वर्ष की तुलना में यह प्रमाण 40 प्रतिशत बढ़ा है. सर्पदंश होने के बाद समय पर और उचित उपचार न मिलने पर मरीज की मृत्यु हो सकती है. इसी कारण सर्पदंश पर तत्काल उपचार के लिए शासकीय अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा उपलब्ध कर दी गई है. सर्पदंश होने पर नागरिकों को तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर उपचार करने का आवाहन स्वास्थ्य विभाग ने किया है.