अमरावती

अब तक केवल 37 लोग ही सामने आये प्लाज्मा दान करने

तमाम प्रयासों के बावजूद प्लाज्मा दान का प्रतिशत नहीं बढा

अमरावती प्रतिनिधि/दि.26 – विगत अप्रैल माह से अमरावती जिले में कोरोना का संक्रमण फैलना शुरू हुआ और अब तक 17 हजार से अधिक कोरोना संक्रमित पाये जा चुके है. जिसमें से 16 हजार से अधिक मरीज कोविड मुक्त हो चुके है. जिनके द्वारा अन्य कोरोना संक्रमितों को ठीक करने हेतु अपना प्लाज्मा दान करना अपेक्षित था. लेकिन बार-बार किये जानेवाले आवाहन व जनजागृति के बावजूद अब तक केवल 37 कोरोना योध्दाओं ने अपना प्लाज्मा दान किया है. जिसके जरिये 71 लोगों को प्लाज्मा चढाते हुए उन्हें कोविड मुक्त करने का प्रयास किया गया है. यह कोविड मुक्त हो चुके और कोरोना संक्रमित पाये गये मरीजों की तुलना में बेहद अत्यल्प संख्या है.
बता दें कि, जिले में अब तक 1 लाख 15 हजार 598 लोगोें की कोविड टेस्ट की गई. जिसमें से 17 हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमित पाये गये. हालांकि इसमें से 16 हजार 524 मरीज कोविड मुक्त हो चुके है. जिन्हेें अस्पतालों से डिस्चार्ज दे दिया गया. वैद्यकीय अनुसंधानों के मुताबिक कोविड मुक्त होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज मिलने के 28 दिनों बाद संबंधित व्यक्ति द्वारा अन्य कोविड संक्रमितों की जान बचाने के लिए अपना प्लाज्मा दान किया जा सकता है, क्योेंकि कोविड मुक्त हो चुके व्यक्ति में कोरोना से लडनेवाले एंटीबॉडी यानी प्रतिरोधक तत्व विकसित हो जाते है. इस बात के मद्देनजर स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा अब तक कोविड मुक्त हो चुके एवं स्वस्थ जीवन जी रहे सभी कोरोना योध्दाओें से प्लाज्मा दान करने हेतु आगे आने का आवाहन किया गया था और प्लाज्मा थेरेपी को पूरी तरह से सुरक्षित बताते हुए जनजागृति भी की गई. लेकिन इसका कोई खास असर नहीं हुआ और अब तक केवल 37 कोरोना योध्दा ही अपना प्लाज्मा दान करने हेतु आगे आये. जिनसे लिया गया प्लाज्मा 71 एक्टिव पॉजीटिव मरीजोें को चढाया गया.

  • कौन दे सकता है प्लाज्मा

कोविड पॉजीटिव पाया गया व्यक्ति इलाज पश्चात ठीक होने पर डिस्चार्ज मिलने के 28 दिन बाद अपना प्लाज्मा दान कर सकता है. इस हेतु प्लाज्मा दान करनेवाले व्यक्ति के शरीर में हिमोग्लोबीन का स्तर अच्छा होना चाहिए. प्लाज्मा दाता की एंटीबॉडी टेस्ट करने और प्लाज्मा संकलित करने हेतु करीब तीन घंटे का समय लगता है.

अपने द्वारा किये गये प्लाज्मा दान की वजह से किसी की जान बच सकती है. इस भावना को सामने रखते हुए कोविड मुक्त हो चुके लोगों ने प्लाज्मा दान के लिए आगे आना चाहिए. इस समय प्लाज्मा दाताओं की संख्या कुल डिस्चार्ज प्राप्त लोगोें की तुलना में नगण्य है.
– डॉ. श्यामसुंदर निकम
जिला शल्य चिकित्सक

 

  • शहर में है तीन ब्लड बैक

बता दें कि, अमरावती शहर में कुल तीन ब्लड बैंक है. जिसके तहत जिला सामान्य अस्पताल में दो ब्लड बैंक है और पीडीएमसी अस्पताल में एक ब्लड बैंक है. इसके अलावा बालाजी ब्लड बैंक के नाम से एक निजी ब्लड बैंक भी कार्यरत है. जहां पर प्लाज्मा संकलन की अनुमति दी गई है. जानकारी के मुताबिक सोमवार को इन तीनों ब्लड बैंकों में कुल मिलाकर केवल दो प्लाज्मा बैग (यूनिट) उपलब्ध थी. ऐसे में सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि, इस समय प्लाज्मा की कितनी अधिक किल्लत है.

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