जितने मुंह, उतनी बातें, यहां यह चला वहां वह चला
लोकसभा चुनाव वोटिंग का अनुमान
* चार दिन तक चलते रहेगी अटकलें
* देहातों में अच्छी वोटिंग किसके फेवर में
अमरावती/ दि. 27- चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के मतदान को सुसंपन्न करवाने के साथ प्रक्रिया का एक बडा पडाव पार कर लिया. पश्चात अब उसके जिम्मे ईवीएम की सुरक्षा और वोटों की गिनती भर का काम शेष है. इस बीच शहर और जिले में शुक्रवार शाम से ही बातों की जुगाली और नाना प्रकार की अटकले और कयास शुरू हो गए. अपने-अपने दल के कैंडीडेट के फेवर में बोलना कार्यकर्ताओं ने शुरू किया तो कहीं-कहीं यह चर्चा देर रात तक चलती रही. यहां यह चला, वहां वह चला के दावें ने विवाह और अन्य समारोह के आयोजनों में भी लोगों को चर्चा का विषय दे दिया था. अब प्रत्यक्ष काउंटिंग 4 जून को सबेरे 8 बजे से श्ाुरू होगी. तब तक जानकारों का कहना है कि हर कोई अपने- अपने कयास लगाने के लिए फ्री हैं.
* मसानगंज में यह चला, साईनगर में वह
वोटिंग शाम 6 बजे खत्म हो गई. जिसके बाद पार्टियों के कार्यकर्ता जब घरों की ओर लौट रहे थे तो उनकी आपस में और प्रतिस्पर्धी दलों के कार्यकर्ताओं से चर्चा, बात होती है. इसी चर्चा में कुछ इलाकों के नाम लेकर कार्यकर्ता दावे प्रति दावे करते नजर आए. जिसमें मसानगंज, साईनगर, गेट के अंदर, वडरपुरा, मालीपुरा, वडाली जैसे ऐरिया के नाम लेकर वहां कमल का फूल, पंजा, सीटी चलने के दावें किए जा रहे थे. एक कार्यकर्ता कुछ कहता तो दूसरा तुरंत उसकी काट रखता.
* 40 दिन यही चलेगा
अगले कुछ दिनों तक यह सिलसिला चलने की बात एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने कही. उन्होंने यह भी सलाह देनी चाही कि जो होना था, वह हो गया. प्रत्याशियों की तकदीर ईवीएम में लॉक हो गई. अब हम संबंध बनाए रखे. जिसके राजयोग होगे वह लोकसभा की सीढियां चढेेगा. उनकी बात से अधिकांश सहमत नजर आए मगर यह कहते हुए बहस पुन: छेड दी कि किसकी जीत के क्या समीकरण होंगे ? यह विषय कई भागों में लंबा खिचता दिखाई दिया.
* किसने किसका काम किया
बात बढते देख अनुभवी कार्यकर्ताओं ने नये-नये विषय भी रखने के प्रयत्न इन चर्चाओं के दौर में रखे. फलां नेता ने उसका काम किया, फलां ने यह चलाया. ऐसे पारंपरिक वाक्य भी सुनने मिले. सोशल मीडिया पर तो अपने- अपने उम्मीदवार के फेवर में देश के प्रसिध्द समाचार चैनलों की आड में बाकायदा एक्जीट पोल ही जारी कर दिए. जो एक दूसरे को बताकर कार्यकर्ता बहस बढा रहे थे. वहीं दर्यापुर में एक पार्टी विशेष के कार्यकर्ताओं द्बारा रात 9 बजे पटाखे फोडे जाने का वीडियो भी चर्चा का विषय बना था.
* लीड कम रहेगी या ज्यादा
शुक्रवार शाम जब कार्यकर्ताओं की बातों की जुुगाली चल रही थी. उस समय तक वोटिंग का प्रतिशत 55- 57 बताया गया था. इसी आधार पर विजयी होनेवाले प्रत्याशी की लीड को लेकर आंकडे दे रहे थे. शाम में जैसे-जैसे वोटिंग प्रतिशत बढने का समाचार आ रहा था. कोई किसी खास प्रत्याशी के फेवर में लीड बढा रहा था तो कोई जीत का अंतर कम रहने का दावा कर रहा था.
* एक चर्चा यह भी
वोटिंग खत्म हो गई. इसके बाद व्यापारियों से लेकर सभी में यह भी चर्चा सुनने मिली कि चाहे दो वोट से आए, हमारा उम्मीदवार विजयी होगा. उसे कोई हरा नहीं सकता. जिससे दूसरे पक्ष के नेता कार्यकर्ता उसकी हां में हां लगाते हुए कहते सुने गये कि आखिर जो जीता वही सिकंदर. अनेकानेक कार्यकर्ताओं, चुनावी राजनीति में दिलचस्पी रखनेवाले लोगों को 4 जून तक इंतजार लंबा भी लग रहा है.