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कोरोना बाधितों की संख्या बढने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया
अमरावती प्रतिनिधि/ दि.३ – अमरावती जिला व शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ जाने से प्रशासन ने लॉकडाउन का निर्णय लिया है, लेकिन लॉकडाउन में भी कोरोना मरीजों की संख्या कम नहीं हुई. इस कारण लॉकडाउन यह पर्याय नहीं रह सकता. लॉकडाउन से कोरोना खत्म होता था तो 8 महिने लॉकडाउन के बाद भी कोरोना ने अब सर क्यों उठाया, इस तरह का प्रश्न उपस्थित करते हुए वंचित बहुजन आघाडी ने आज 8 मार्च के बाद लॉकडाउन बढाया तो 9 मार्च को लॉकडाउन तोडों जनआंदोलन किया जाएगा. इस तरह की चेतावनी दी है. आज वंचित बहुजन आघाडी ने स्थानीय जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य प्रवेश व्दार के पास प्रेस कान्फरन्स लेकर इस तरह की चेतावनी दी है.
वंचित बहुजन आघाडी ने कहा है कि लॉकडाउन से फायदा नहीं हुआ है. उल्टा नुकसान ही हुआ है. गरीब, कामगार, खेत मजदूर व सामान्य जनता त्रस्त हुई है. रोज कमाने वालों पर भूखमरी की नौबत आयी है. अनेक लोगों की बैंक किश्त, आटो वालों की कर्ज की किश्त बकाया है. व्यापारी, छोटे व्यापारी, हॉकर्स, लोहा बाजार त्रस्त है. इन कार्यकर्ताओं ने प्रश्न उपस्थित किया है कि अमरावती जिले में जब ग्रामपंचायत के चुनाव हुए तब यह कोरोना कहा था. इस तरह के अनेक प्रश्न उपस्थित कर वंचित बहुजन आघाडी ने लॉकडाउन का विरोध करते हुए 8 मार्च के बाद लॉकडाउन की मियाद बढाई तो तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी है. इस पत्रकार परिषद में वंचित बहुजन आघाडी के किरण गुडधे, सिध्दार्थ गायकवाड, अलीम पटेल, किशोर तायडे, सिध्दार्थ दामोदरे, साहेबराव नाईक, प्रमोद राउत, अनिल फुलझेले, मिलिंद दामोदरे, सुनील नागदेवते, सुरेश तायडे, शिवा प्रधान, प्रतिभा प्रदान आदि उपस्थित थे.