अमरावती/दि.19- समाज के सम्मेलन में पारदर्शीता के साथ सामाजिक एकता महत्वपूर्ण होने का प्रतिपादन प्रभाकरराव घाटोल ने किया. वे महात्मा फुले संस्थान के माली समाज विवाह योग्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे थे. मंच पर प्रमुख अतिथि के रुप में दिलीपराव लोखंडे, डॉ. श्रीकृष्ण गोरडे प्रवीण ढवले, राजाभाउ हाडोले, सुभाष बनसोड, अतुल देवघरे, लक्ष्मीधर मुले, राजेश सावरकर, नीलकंठ यावतकर, नितिन खेरडे, सुधीर रसे, देवेंद्र पेठकर, विकास कांडलकर, अर्पणा डहाके, निलिमा लोखंडे और उद्घाटक सुधाकरराव व मीनाताई बंदे उपस्थित थे.
सम्मेलन में लगभग 80 युवक-युवतियों ने और उनके अभिभावकों ने परिचय दिया. इस मौके पर डॉ.बंदे और मान्यवरों के हस्ते विवाहबंधन पुस्तिका विमोचन किया गया. सुभाष बनसोड, संगीता तडस, सागर बनकर, गौरव काले, रेशमा सावनकर, प्रा. संदीप वाघुले का विविध क्षेत्र में उपलब्धि उपलक्ष्य स्वागत सत्कार किया गया. कोषाध्यक्ष प्रा. रुपेश फसाटे ने लेखाजोखा रखा. कार्याध्यक्ष प्रकाश लोखंडे ने संस्था की जानकारी दी. निलिमा लोखंडे ने स्वागताध्यक्ष बनाए जाने पर महिलाओं के समााजिक सम्मान का उल्लेख किया. सुभाष बनसोड ने संस्था के सामाजिक उपक्रमों की प्रशंसा की. डॉ. यावलीकर, डॉ. गोरडे और मंचासिन मान्यवरोें ने मार्गदर्शन किया. सभी सत्कामूर्ति का पुस्तिका एवं सावता महाराज, महात्मा फुले व सावित्रिबाई फुले की प्रतिमा भेंट देकर गौरव किया गया. संचालन प्रवीण पेठकर, समीक्षा घाटोल व आभार प्रदर्शन प्रा. देवीदास उमप ने किया. प्रस्तावना केशरराव झाडे ने रखी. पुस्तक विक्री का जिम्मा राजराम अढाउ एवं मुरलीधर मेहत्रे ने किया.