समाज का जातिवाद के नाम पर विभाजन नहीं होना चाहिए
पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी का प्रतिपादन

* डॉ. आंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम
* एकता रैली आयोजन समिति व अभिजीत बहु. संस्था का आयोजन
अमरावती / दि.21– हर व्यक्ति को समाज के साथ जोडने का प्रयास कर समाज में सदभावना व शांति प्रस्थापित करने की कोशिश करते हुए एकता रैली आयोजन समिति को आधुनिक समाज का शिल्पकार बनाती है. बाबासाहब ने हमें मार्गदर्शन किया है. ऐसे में समाज का जातिवाद के नाम पर विभाजन नहीं होना चाहिए. आज सभी को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यता है. ऐसा प्रतिपादन पुुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने व्यक्त किया. वे स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में रविवार को एकता रैली आयोजन समिति व अभिजीत बहुउद्देशीय सामाजिक विकास संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 134 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में उद्घाटक के तौर पर बोल रहे थे.
इस अवसर पर घरकुल मसाले के संचालक तथा एकता रैली आयोजन समिति अध्यक्ष राजू नन्नावरे की अध्यक्षता में सुदर्शन जैन कार्याध्यक्ष चंद्रकुमार जाजोदिया, पुलिस आयुक्त नागपुर के रवीन्द्र सिंगल की ओर से अनिल कुरलकर, उप जिलाधीश अनिल भटकर, बैंक ऑफ महाराष्ट्र के हिमांशु लांबाते, पूर्व लेडी गवर्नर डॉ. कमलताई गवई, सुरेखा नन्नावरे, डॉ. मनीष गवई, डॉ. एम. पी. थोरात, रिपाई नेता डॉ. गोपीचंद मेश्राम, कास्ट्राइब कर्मचारी संगठन के एल. के. वानखडे, आदर्श शिक्षक पुरस्कार प्राप्त पी.बी. इंगले, समाजसेवी डॉ. गोविंद कासट, आनंद एजेंसी के संचालक प्रदीप जैन, प्रकाश बनसोड सहित आयोजन समिति के सदस्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने आगे कहा कि एकता रैली आयोजन समिति द्बारा ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. समिति सामाजिक उपक्रमों को बढावा देती है. हर समाज में कट्टरवादी, जातिवादी लोग होते है. जो समाज को विभाजित करना चाहते है. उनसे बचे. युवाओं ने जिस प्रकार सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जोडा है. यह केवल जोडना न हो बल्कि महामानव के विचारों का प्रचार प्रसार करने का माध्यम बन समाज में एकता प्रस्थापित करने लाभकारी बने, ऐसा आवाहन भी उन्होंने युवाओं से किया.
कार्यक्रम में डॉ. अनिल भटकार ने कहा कि अच्छे कार्य की सराहना करने पर हम जैसों को प्रोत्साहन मिलता है. साथ ही हमें और अच्छा कार्य करने की प्रेरणा मिलती है. डॉ. बाबासाहब आंबेडकर भारतीयों के नेता थे. इस कारण देश में संविधान का उतना ही महत्व है. आखिर में उन्होंने जाते- जाते कुछ पंक्तियां गुनगुनाई . जिसमें उन्होंने कहा कि ‘मुझे मुक्कदर भी संविधान से मिला है….’
सुदर्शन जैन ने कहा कि डॉ.बाबासाहब आंबेडकर ने हमेशा ही सभी को न्याय देेने का प्रयास किया है. लोग सत्ता आने के बाद हमेशा दुश्मन को खत्म करने का मन बनाते हैं. लेकिन बाबासाहब ने अपने विचारों से लोगों का मन परिवर्तन किया है. भारतीय संविधान से सभी को न्याय मिला है. इस संविधान निर्माण के समय बाबासाहब 7635 प्रश्न प्राप्त हुए थे. जिसमें से उन्होंने 2 हजार से अधिक लिखित सवालों का जवाब दिया था. एकता रैली आयोजन समिति ने जो यह सांस्कृतिक गंगोत्री की विरासत शुरू की है. उसे आगे बढाते रहे तथा उन्होंने संविधान को पूरे विश्व में लागू करने का आवाहन किया.
कार्यक्रम के दौरान नागपुर के पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंगल को विश्वरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर जीवन गौरव पुरस्कार प्रदान किया गया. जिसमें उनकी ओर से अनिल कुरलकर ने पुरस्कार स्वीकार किया. वही विश्वरत्न डॉ.बाबासाहब आंबेडकर साहित्य रत्न पुरस्कार से पुणे की डॉ. प्रीतम इंगोले, चालीसगांव के प्रा. गौतम निकम को राजपत्रित अधिकारी गौरव पुरस्कार उपजिला अधिकारी अनिल भटकर को विशेष कार्यकारी अधिकारी, सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के डॉ. मंगेश मेंढे को वैद्यकीय सेवारत्न पुरस्कार, एपेक्स अस्पताल की डॉ. भावना सोनटक्के, उद्योग रत्न पुरस्कार से सीमा साडी सेंटर के संचालक श्यामलाल खत्री, एसएसडीकेएन ग्रो मार्ट की संचालक संगीता नाइक को शिक्षण- कला क्रीडा सांस्कृतिक रत्न पुरस्कार, चांदुर रेलवे के देवराव खोब्रागडे, नवसारी के मिलिंद कांबले को तथा नानक रोटी ट्रस्ट अध्यक्ष शंकर ओटवानी व दर्यापुर के साहेबराव जामनिक को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम में नुपूर डांस अकादमी द्बारा प्रकाश मेश्राम व उनकी टीम ने नृत्य की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन व डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा के पूजन से की गई. कार्यक्रम के दूसरे चरण में अलबेला ग्रुप की ओर से भीम की महफिल के तहत संगीता गावंडे, पुष्पमाला गेडाम, नसीम आतिश, रोशन अवसरमोल , कय्यूूम बेग, कुमार मोंटू, अहमद खान, अफसर अली, पंकज देशमुख के साथ अलबेला ग्रुप के मुश्ताक सैयद ने हिन्दी, मराठी, भीम गीत, गजल व कव्वाली प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध किया.
कार्यक्रम को सफल बनाने एकता रैली आयोजन समिति अध्यक्ष राजू नन्नावरे के साथ डॉ. गोपीचंद मेश्राम, प्रदीप जैन, अरूण कुमार आठवले, सलीमभाई मीरावाले, मिलिंद कांबले, लोभेश्वर रंगारी, राजेश फुले, अरूण बनारसे, एल.जे. वानखडे, पी.बी. इंगले, श्रीराम डोंगरे, अशोक खंडारे, डॉ. मनीष गवई, डेटाराम मनोजा, प्रा. संगीता थूल, प्रा. विश्वजीत अंबादे, निकिता अंबादे सहित आयोजन समिति के सभी सदस्यों ने अथक प्रयास किए.