अमरावती

महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में मिलने समाज की पहल जरूरी है

सहायक पुलिस आयुक्त पूनम पाटिल का कथन

* नवदुर्गा जागर स्त्रीशक्तीचा सांस्कृतिक कार्यक्रम
अमरावती/दि.25– महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कमतर नहीं हैं. उन्हें अपनी क्षमताओं को पहचानकर आत्म-विकास पर ध्यान देना चाहिए. यदि महिलाओं को पुरुषों के समान अवसर दिए जाएं तो वे निश्चित रूप से प्रगति करेंगी. सहायक पुलिस आयुक्त पूनम पाटिल ने यहां अपील की कि महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में अवसर मिले इसके लिए समाज को पहल करनी चाहिए. राज्य सरकार के सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में एक विशेष कार्यक्रम नवदुर्गा: जागर स्त्री शक्तिचा का आयोजन किया गया, इस अवसर पर पूनम पाटिल ने यह बात कही.

कार्यक्रम में उपविभागीय अधिकारी अनिल भटकर, तहसीलदार विजय लोखंडे, प्र. जिला सूचना अधिकारी अपर्णा यावलकर, पूर्व नगर सेविका सुरेखा लुंगारे, गंगा खारकर, अनिता तिखिले, कार्यक्रम समन्वयक स्मिता देसाई-नायर मंच पर उपस्थित थे. नवरात्रि के अवसर पर राज्य के दस स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम नवदुर्गा: जागर स्त्री शक्तिचा’ में महिलाओं के लिए राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई. इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न नीतियों को संगीत एवं नृत्य के माध्यम से महिलाओं को समझाया गया. इन महिलाओं को इसकी जानकारी अपने परिवार और परिचित महिलाओं को देनी चाहिए. सहायक पुलिस आयुक्त पाटिल ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकारी योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद महिला तक पहुंचेगा.
इस अवसर पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से महिलाओं के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे बेटी बचाव, बेटी पढ़ाओ के बारे में जानकारी दी गई. साढ़े तीन शक्तिपीठों के निवास से पवित्र महाराष्ट्र की भूमि भक्ति और शक्ति का संगम है.

हमारे आसपास सशक्त माताएं हैं जो अन्याय के खिलाफ आवाज उठाती हैं और राज्य के साथ-साथ देश की रक्षा करती हैं. इसी शक्ति माता की महिमा को सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से सभी तक पहुंचाने के लिए यह विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया. लोक संस्कृति, लोक कला और पारंपरिक कला के साथ-साथ नृत्य के माध्यम से सामने आने वाले महिलाओं के विविध रूपों और उनके माध्यम से महिलाओं के लिए सरकार की योजनाओं की जानकारी नृत्य और संगीत की कला के माध्यम से रोचक ढंग से दी गई. विद्या वाघमारे, संदेश पाटिल द्वारा निर्देशित सदाबहार नृत्य विष्कार में विद्या सदाफुले, विनोद गायकर और शर्मिला राजाराम शिंदे ने शानदार नृत्य प्रस्तुत किया. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विकास खड़गे, सांस्कृतिक कार्य संचालनालय के निदेशक बिभीषण चौरे की परिकल्पना वाले इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं में नई चेतना का संचार हुआ. इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्य निदेशालय के सहायक निदेशक, समन्वयक भूषण देसाई उपस्थित थे.

राज्य सरकार की योजनाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लघु नाटिका, नृत्य, स्लाइड शो आदि के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. साथ ही इस मौके पर थिएटर में मौजूद महिलाओं के लिए एक क्विज का भी आयोजन किया गया. इस मौके पर मंगलागौरी की फुगडियां भी खेली गई. विजेता महिलाओं को पुरस्कार प्रदान किये गये. कार्यक्रम का निर्देशन भूषण देसाई ने किया और संचालन विनोद गायकर ने किया.

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