बुलढाणा /दि.5- देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को स्वाधीनता दिवस की वर्षगांठ पर भारतीय सेना के जवानों, पूर्व सैनिकों, वीर माताओं व वीर पत्नियों के हाथों ध्वजारोहन करवाने का आवाहन किया था. परंतु मलकापुर तहसील के शिराढोण गांव में सरपंच, उपसरपंच व ग्रामसेवक ने भारतीय सेना के जवान सहित उनकी मां को ध्वजारोहण करने से रोका. इस मामले को लेकर भारतीय सेना के जवान की मां द्बारा ग्रामीण पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. जिसकी जांच करते हुए पुलिस ने संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच, उपसरपंच के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया.
जानकारी के मुताबिक शिरढोण गांव निवासी तुषार वसंत इखारे सशस्त्र सीमा बल की आठवीं बटालियन में पदस्त है और इस समय पश्चिम बंगाल में तैनात है. विगत 13 अगस्त को तुषार इखारे छूट्टी पर अपने घर आया था. इसी दौरान 15 अगस्त को शिरढोण के ग्रामपंचायत कार्यालय व मराठी पूर्व माध्यमिक शाला में ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित था. परंतु ग्रापं पदाधिकारियों ने तुषार इखारे को इस आयोजन से पूरी तरह दूर रखा. जबकि पीएम मोदी ने मेरी मिट्टी मेरा देश कार्यक्रम अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय सेना के जवानों व उनके परिजनों को ध्वजारोहण करने का सम्मान देने की बात कहीं थी. ऐसे में तुषार इखारे की मां ग्रापं पदाधिकारियों से इस बारे में पूछताछ करने हेतु गई, तो उन्हें अपमानित करते हुए भगा दिया गया. जिसके बाद एड. प्रफुल्ल तायडे सहित गांव में रहने वाले कुछ लोगों ने 18 अगस्त को तहसील के नाम ज्ञापन सौंपा. जिसके बाद 1 सितंबर को मलकापुर ग्रामीण पुलिस ने शिरढोण ग्रापं की महिला सरपंच व उपसरपंच सहित ग्राम सेवक रमेश राठोड के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया.