अमरावती

अल्पसंख्यक प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप में आधार की समस्या हल करें

शिक्षक अतिब खान की संजय खोडके से विनती

अमरावती/दि.20 अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को शासन द्वारा प्री-मैट्रिक (कक्षा 9-10) स्कॉलरशिप व बेगम हजरत महल स्कॉलरशिप दी जाती है. गत वर्ष 2022-23 में जो विद्यार्थी कक्षा 9 वीं व 10 वीं में थे, उस समय स्कॉलरशिप के फॉर्म भरते समय जिस आधार कार्ड के अनुसार फॉर्म भरा था, वहीं आधार कार्ड अब एक वर्ष बीत जाने के बाद कई विद्यार्थियों ने अपडेट करवा लिया है. 2022-23 में भरे गए फॉर्म की प्रोसेस को आगे बढ़ाने के लिए अब विद्यार्थियों का प्रोमेट्रिक एथॉन्टिकेशन मांगा जा रहा है. उसमें भी मिसमैच एरर आ रहा है. क्योंकि कई विद्यार्थियों ने आधार अपडेट करवाया है. इस पर शिक्षा विभाग ने पूरी जिम्मेदारी मुख्याध्यापक व शिक्षकों पर डाल दी है. जबकि ये एक तकनीकी समस्या है. इसलिए यदि सरकार को 2022-23 की स्कॉलरशिप देना हो तो अथॉन्टिकेशन किए बिना ही दें तथा इस वर्ष 2023-24 से नई शर्तों के साथ फॉर्म भरवाएं.
अथॉन्टिकेशन की प्रक्रिया में विद्यार्थियों का शैक्षणिक व आर्थिक नुकसान हो रहा है. ऑनलाइन सेंटर पर स्कूल के मुख्याध्यापक, शिक्षक व विद्यार्थियों को बार-बार जाना पड़ रहा है. यह समस्या पूरे राज्य में अल्पसंख्यक स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को हो रही है. इसलिए सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षक अतिब खान ने राकां के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके से भेंट कर उनसे इस विषय में चर्चा की. पश्चात संजय खोडके ने आश्वासन दिया कि राज्य के अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को इस आधार मिसमैच की समस्या का हल ढूंढने हेतु आगामी 21 सितंबर को मुंबई में उपमुख्यमंत्री अजीत दादा पवार के साथ होने वाली मीटिंग में उनसे चर्चा करेंगे.इस समस्या को हल करने हेतु 21 सितंबर को मीटिंग ली जा रही है.
बैठक में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, अल्पसंख्यक नसीम सिद्दीकी, जमीयत उलेमाए हिंद के प्रतिनिधि, राकांपा उपाध्यक्ष संजय खोडके व सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं राकांपा के अनेक वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.

Related Articles

Back to top button