अमरावती/प्रतिनिधि दि.२९ – गरीब व राशनकार्ड लाभार्थियों को अनाज वितरण करते समय राशन दुकानदारों को कोरोना संसर्ग का धोखा होने की संभावना नकारी नहीं जा सकती. राज्य में अब तक 110 तथा जिले में 3 राशन दुकानदारों की कोरोना से मौत हुई. बावजूद इसके सरकार की ओर से संरक्षण नहीं मिल रहा तो यह काम क्यों करना, इस तरह का प्रश्न जिला प्राधिकृत स्वस्त अनाज दुकानदार व चिल्लर केरोसीन परवानाधारक (वेलफेअर) संघ ने किया है.
सरकार ने इसपर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो आगामी 1 मई से अनाज वितरण बंद की चेतावनी भी संगठन ने जिला आपूर्ति अधिकारियों को निवेदन से दी है. कोरोना का संकट दिनोंदिन अधिक गंभीर होते दिखाई दें रहा है. गरीबों को अनाज मुहैया करने की जिम्मेदारी राशन दुकानदारों पर है. नि:शुल्क अनाज देने का निर्णय सरकार ने लिया है.
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यह है मांगे
राशन दुकानदारों को शासकीय कर्मचारियों का दर्जा देना चाहिए अथवा वर्ल्ड फुड अंतर्गत 270 रुपए प्रति क्विंटल प्रस्तावित किये अनुसार कमिशन मार्जिन देने बाबत राज्य सरकार ने निर्णय लेना चाहिए आदि विविध मांगों को इसमें समावेश है.