सोमैया अपने आरोपों पर कायम, कहा – विदेशियों को भारत में बसाने का षडयंत्र
पूर्व सांसद ने की जांच समिति से 50 मिनट चर्चा
* बंद द्वार हुई भेंट
* चुनिंदा प्रश्नों के उत्तर दिये बीजेपी नेता ने
* तहसीलदार, सीओ और बीडीओ भी मौजूद
अंजनगांव सुर्जी/दि.13 – बांग्लादेशी रोहिंग्या के बडे प्रमाण में जन्म प्रमाणपत्र अंजनगांव सुर्जी में बनाये जाने का आरोप कर प्रदेश में तहलका मचाने वाले बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आज सुबह यहां पहुंचकर तहसील कार्यालय में इस संबंध में बनी जांच समिति से लगभग एक घंटा चर्चा की. उपरान्त मीडिया के कुछ ही प्रश्नों के उत्तर देकर हडबडी में यहां से अमरावती हेतु प्रस्थान किया. किंतु इतना जरुर रहा कि, सोमैया अपनी बात और आरोपों पर अडिग हैं. सोमैया ने कहा कि, विदेशी नागरिकों को देश में अवैध रुप से बसाने की साजिश हो रही है, जो भविष्य में बडी घातक सिद्ध होगी.
उनकी जांच समिति के साथ चर्चा गोपनीय रखी गई. बंद द्वार चर्चा में तहसीलदार पुष्पा सोलंके, पालिका मुख्याधिकारी दादाराव डोल्हारकर और पंचायत समिति गटविकास अधिकारी श्रीनिवास खताले प्रमुखता से उपस्थित रहने की जानकारी अमरावती मंडल संवाददाता ने दी है. उसी प्रकार पूर्व नगराध्यक्ष कमलकांत लाडोेले, डॉ. विलास कविटकर, विक्रम पाठक, एड. पद्माकर सांगोले, मनीष मेन, दिलीप भोपले और बीजेपी पदाधिकारी भी सोमैया के साथ उपस्थित थे.
* भारतीय है तो कोई दिक्कत नहीं
सोमैया ने कहा कि, जो भारतीय होंगे, तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी. किंतु रोहिंग्या पाये जाने पर उन पर कानूनी कार्रवाई होगी. उनके कागजात की पुन: जांच होगी. संपूर्ण पडताल के बाद ही संबंधित प्रमाणपत्र दिये जाएंगे.
* वरिष्ठ से चर्चा के बाद आरोप
बीजेपी के पूर्व लोकसभा सदस्य ने कहा कि, उन्होंने आरोप करने से पहले प्रदेश के मुख्य सचिव और सभी वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की. उसी प्रकार मुख्यमंत्री फडणवीस से भी उन्होंने इस विषय पर बात की. उन्होंने कहा कि, भिवंडी, गोवंडी, मालेगांव, अंजनगांव कोई भी गांव हो, रोहिंग्या प्रकरण में जांच के लिए सभी एजेंसियों को कार्यान्वित किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि, बीजेपी के मुंबई के सांसद रहे किरीट सोमैया ने पिछले सप्ताह धमाका करते हुए दावा किया कि, अमरावती जिले के अंजनगांव सुर्जी से बांग्लादेश से आए 1500 रोहिंग्या के जाली जन्म प्रमाणपत्र जारी हुए है. इतनी बडी संख्या में रोहिंग्या के जन्म प्रमाणपत्र अंजनगांव जैसे छोटे नगर से होने पर सोमैया ने अचरज जताया था और इसमें गडबडी का अंदेशा व्यक्त किया था. उनके आरोपों के कारण आनन-फानन में जांच समिति नियुक्त की गई थी. समिति ने रिकॉर्ड देखने के लिए भूतपूर्व सांसद को अंजनगांव बुलाया.
भाजपा के नेता और पेशे से चार्टर्ड अकाउंटंट सोमैया रविवार शाम अमरावती पहुंच गये. उसी प्रकार आज सबेरे 10.30 बजे वे नियत समय पर जांच समिति के सामने पेश हुए. उनकी समिति सदस्यों से बंद द्वार चर्चा हुई. उपरान्त उन्होंने कुछ देर मीडिया से भी बात की. तहसील प्रांगण में प्रश्नों की बौछार शुरु होते ही माइक बाजू कर वे निकल गये.
* क्या है सोमैया का आरोप
सोमैया ने आरोप किया था कि, बांग्लादेशी रोहिंग्या को बनावटी जन्म प्रमाणपत्र देने का रैकेट संपूर्ण राज्य में सक्रिय है. उसमें भी भिवंडी, गोवंडी, मालेगांव और अमरावती के अंजनगांव का नाम उन्होंने लिया था. उनका आरोप है कि, विधानसभा चुनाव की आचार संहिता में प्राप्त अधिकारों का दुरुपयोग कर तहसीलदारों ने 60 साल के व्यक्ति को भी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिया.
* तगडा बंदोबस्त, उमडे लोग
अंजनगांव सुर्जी में बडे दिनों बाद किसी शख्सियत के लिए इतना बडा सुरक्षा बंदोबस्त किया गया था. नागरिकों की भीड तहसील कार्यालय उमड पडी थी. जिन्हें रोके रखने में थानेदार प्रकाश अहिरे और अन्य अधिकारियों को मशक्कत करनी पडी. भारी बंदोबस्त के कारण भी सोमैया का दौरा चर्चा का विषय सर्वत्र रहा.