* मिरची, अद्रक, भिंडी का भी समावेश
अमरावती/29– चुनाव कोई भी हो, इसमें चुनाव चिह्न को कुछ अलग ही महत्व है. मतदातों को ध्यान में रहे, ऐसे चुनाव चिह्नों पर उम्मीदवारों का अधिक जोर रहता है. इस बार चार नवंबर को चुनाव चिह्नों का वितरण किया जाएगा. इसमें राष्ट्रीय और प्रादेशिक दलों के लिए 11 चिह्न आरक्षित है. इसमें किसी के हिस्से में मोतियों का हार तो किसी के हिस्से में पानी का जार (घडा) मिलेगा.
चुनाव चिह्नों पर से राजनीतिक दल की गतिविधि, इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंचे राजनीतिक विवाद को महाराष्ट्र ने देखा है. इस पर से चुनाव चिह्न का महत्व ध्यान में आता है. राज्य विधान सभा चुनाव में राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त दलों के लिए 6 चिह्न आरक्षित है. इसमें पंजा, कमल, झाडू, हाथी, आदि चिह्नों का समावेश है. इसके अलावा राज्य मान्यता प्राप्त दलों के लिए पांच चिह्न आरक्षित है. इसमें धनुषबाण, मशाल, घडी, तुतारी व रेलवे इंजन का समावेश है. इसी तरह पंजीकृत परंतु अमान्यप्राप्त दलों के लिए भी चुनाव चिह्न आरक्षित रखे जाते है. इसमें जिले के प्रहार, युवा स्वाभिमान जैसे दल है. वर्तमान स्थिति में इस प्रकार के 26 दलों का पत्र जिला चुनाव विभाग को प्राप्त हुआ है. इसके बाद निर्दलीय का क्रम लगता है. उनके लिए 190 मुक्तचिह्न है. इस बार 4 नवंबर को उम्मीदवारी नामांकन वापस लेके बाद मैदान के उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित की जाएगी. इसके बाद तुरंत चुनाव चिह्न वितरण होगा.
* चुनाव चिह्नों में फलों के साथ सब्जियों का भी समावेश
इस बार फलों सहित सब्जियां भी चुनाव चिह्न है. इसमें भिंडी, शिमला मिरची, अद्रक, कठहल, फूलगोभी, मका, गन्ना, अंगुर, मूंगफली, मटर, अक्रोड, तरबूज आदि फल व सब्जियां चुनाव चिह्न है. इसी तरह ऑटो, अलमारी, रेडिओ, चूडी, टॉर्च, बेल्ट, बिस्किट, बोर्ड, अटैची, ब्रश, बकेट, केक, कॅल्क्युलेटर, कैन, कैरम, चप्पल, नल, कॉम्प्यूटर, क्रेन, हिरा, अँटेना, डोली, सिलेंडर, गैस सिगडी आदि चिह्न है.
* मुक्त चिह्न
माइक, केटली, लेडिज पस्र, कढाई, पेन ड्राइव, शार्पनर, खलबत्ता, इर्रेजर, रबर स्टैंड, कैंची, स्टूल, अंगूठी, कूलर, रिमोट, झूला, सोफा, टूथपेस्ट, पानी की टंकी, चिमटा, टायर आदि मुक्त चिह्न चुनाव में है.