मेलघाट की विविध मांगो को लेकर चिखलदरा से मुंबई पैदल निकल पड़े कुछ युवा
सरकार को जगाने मेलघाट वासियो ने जारी किया अनोखा संघर्ष
चिखलदरा/दि.7– अमरावती ज़िले के अति दुर्गम भाग साथ ही आदिवासी क्षेत्र कहलाने वाले मेलघाट की विभिन्न गंभीर समस्याओं को लेकर कुछ जागरूक युवाओ ने मेलघाट क्षेत्र चिखलदरा से मुंबई के लिए पैदल पदयात्रा निकाली है. यह पदयात्रा 2 अक्तूबर को चिखलदरा से रवाना होकर 3 अक्तूबर को अमरावती पहुंची. पदयात्रा में शामिल सभी सदस्यों द्वारा महारष्ट्र राज्य की राकां नेत्री सांसद सुप्रिया सुले को अपनी समस्याओं का ज्ञापन सौंपा गया.
विविध रहे कि मेलघाट क्षेत्र अति दुर्गम रहने से विकास की मुख्यधारा से वंचित है यहाँ अंधश्रद्धा काफी बड़े पैमाने पर क्षेत्र में फैली हुई है. शिक्षा के अभाव से मेलघाटवासी वंचित है. जिसके चलते मेलघाट में रहने वाली भोली-भाली जनता की अज्ञानता का कुछ बोग़ज़ झोलाछाप डॉक्टर फायदा उठाते है. वहीं दूसरी ओर थोड़े बहुत पैमाने पर शिक्षित लोग दलालों के रूप में अपनी जेबें गरम कर रहे है. मेलघाट क्षेत्र में बालमृत्यु, मातामृत्यु का दर प्रतिवर्ष बढ़ता ही जा रहा है. जिसका मुख्य कारण शिक्षा का अभाव का कारण बताया जाता है. मध्यप्रदेश की सीमा क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टर मेलघाट के गरीब नागरिकों की अज्ञानता का फायदा उठा रहे है. उपरोक्त सभी मुद्दों को लेकर मेलघाट के जागृत कुछ युवकों का काफिला चिखलदरा से मुंबई की ओर पैदल रवाना हुआ. यह पैदल पदयात्रा पहले अमरावती फिर अकोला के बाद खामगांव , नांदुरा से मुंबई की ओर रवाना हुआ. मेलघाट में होने वाली समस्याओं को सुलझाने के लिए सैकड़ो नागरिकों ने इस पैदल यात्रा में शामिल होकर इन युवाओं के साथ कदम से कदम बढ़ाकर सफलता पर पहुंचने की मनोकामनाएं की.