* उपविभागीय अधिकारी को दिया निवेदन
चांदूर रेल्वे/दि.18-परभणी के मुख्य चौराहे पर डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के सामने भारत के संविधान की प्रतिकृति बनाई गई है. इस प्रतिकृति के एक हिस्से को तोड़ने के विरोध में दलित समाज संगठन की ओर से आंदोलन करने पर परभणी में प्रशासन की ओर से कर्फ्यू लगाया गया था. आंदोलन में शामिल सोमनाथ सूर्यवंशी को पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में पुलिस ने पिटाई की. जिसके कारण भिमसैनिक सोमनाथ सूर्यवंशी की पुलिस हिरासत मौत हो गई. सोमनाथ सूर्यवंशी मृत्यु प्रकरण में संबंधित पुलिस अधिकारी पर मामला दर्ज करने की मांग चांदूर रेल्वे में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया आठवले गट की ओर से की गई. इस आशय का ज्ञापन नानासाहेब डोंगरे के नेतृत्व में स्थानीय उपविभागीय अधिकारी को निवेदन दिया गया. निवेदन में कहा गया कि, भिमसैनिक सोमनाथ सूर्यवंशी को न्यायिक हिरासत में बेहरमी से मारकर हत्या करनेवाले पुलिसकर्मी के खिलाफ मनुष्य वध का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. भिमसैनिक की मृत्यु एक दुर्घटना न होकर एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है. संविधान की प्रतिकृति को नुकसान पहुंचाने विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के बजाय निर्दोष युवाओं को निशाना बनाया गया है. जिसमें अनेक युवाओं को आरोपी किया गया है. इसलिए परभणी घटना की जांच कर सत्य सामने आने के लिए प्रशासन को निवेदन दिया गया. इस समय एड. लविक डोंगरे, अविनाश राऊत, सुनील मेश्राम, हरिभाऊ हिरेखान, रवीन्द्र सोमकुवर और अन्य भीमसैनीक उपस्थित थे.