दो वर्ष पहले ही हत्यारे ने किया था प्रेमविवाह
अमरावती/दि.15- दो वर्ष पहले स्थानीय महावीर नगर के निकट शिवशक्ति नगर में रहने वाले युवक ने परिसर की ही एक युवती के साथ प्रेम विवाह किया था, लेकिन विवाह के बाद वह पत्नी के चारित्र पर संदेह करता था. जिससे दोनों के बीच विवाद होते थे. आखिर आपसी समझौते ने 27 नवंबर को दोनों ने तलाकनामा बनाया. पति से विभक्त होने के बाद 7 फरवरी को लडकी अपने दादा के घर कुरलपुर्णा गई थी. तलाक के बाद भी उसे अपने घर ले जाने के इरादे से पति कुरलपुर्णा गांव गया और वहां हुए विवाद में उसने अपने ससुर व साले की चाकू से घौंपकर निर्मम हत्या की और पत्नी के दादाजी पर भी हमला कर उन्हें गंभीर जख्मी किया. दो की हत्या और एक पर जानलेवा हमला करने के बाद हत्यारा रवि सुरेश पर्वतकर (23) यह अपनी तलाकशुदा पत्नी को जबरन दुपहिया पर बिठाकर फरार हो गया. हत्यारे रवि पर्वतकर की तलाश के लिए चांदूर रेलवे पुलिस के तीन दल अलग-अलग गांव रवाना हुए है. जिस पत्नी का उसने अपहरण किया वह सहिसलामत है और आरोपी को पुलिस जल्द ही गिरफ्तार करेगी, इस तरह का विश्वास चांदूर रेलवे के थानेदार सुनील किनगे ने व्यक्त किया है.
घटना के मृतकों में बंडू विश्वनाथ साबले (45) व धनंजय बंडू साबले (22) का समावेश है. बंडू साबले मुलत: कुरलपुर्णा गांव का निवासी है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से वह महावीर नगर के समीप शिवशक्ति नगर में अपने बेटे धनंजय, लडकी हर्षा और पत्नी मिरा (40) के साथ रहते थे. इस घटना में बंडू साबले के पिता विश्वनाथ साबले (75, कुरलपुर्णा निवासी) भी गंभीर जख्मी हुए है. उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. मृतक बंडू साबले की पत्नी श्रीमती मिरा साबले ने चांदूर बाजार थाने में दर्ज शिकायत में कहा कि वह पिछले कई वर्षों से शिवशक्ति नगर में पति और अपने बेटों के साथ रहती है तथा ससुर विश्वनाथ साबले और सांस वच्छला साबले यह कुरलपुर्णा में रहते है. उसकी बेटी हर्षा ने महावीर नगर में रहने वाले रवि सुरेश पर्वतकर के साथ 2 वर्ष पहले भागकर प्रेम विवाह किया था. विवाह के बाद रवि पत्नी हर्षा के चारित्र पर संदेह कर उसे प्रताडित करता था. उसके इस बर्ताव से तंग आकर हर्षा शिवशक्ति नगर में अपने माता, पिता के घर आकर रहती थी. आखिर दोनों की सहमति से रवि पर्वतकर और हर्षा ने 27 नवंबर 2020 को तलाखनामा लिखवा लिया. 7 फरवरी को हर्षा अपने दादा के घर कुरलपुर्णा गई तभी से वह कुरलपुर्णा में ही रहती थी. कल 14 फरवरी को रवि पर्वतकर अपनी तलाकशुदा पत्नी हर्षा को अपने साथ ले जाने के लिए कुरलपुर्णा गांव गया. यह बात हर्षा ने फोन पर अपनी मां मिराबाई को बताई. खबर मिलते ही मिरा साबले अपने पति बंडू व बेटे धनंजय के साथ दुपहिया से कुरलपुर्णा गांव गये. कल शाम 7.30 बजे के दौरान यह तीनों कुरलपुर्णा पहुंचे. उस समय हर्षा साबले व सास वच्छला साबले यह घर के सामने ही खडे थे. बंडू साबले ने बेटी हर्षा को रवि के साथ न जाने की सलाह दी. उसी समय कुरलपुर्णा में समाजमंदिर के पीछे से रवि पर्वतकर चाकू लेकर आया. आते ही उसने अपने ससुर बंडू साबले के साथ विवाद शुरु किया और हर्षा उसकी पत्नी है, वह उसे साथ ले जाएगा, आप रोकने वाले कौन है, ऐसा कहते हुए रवि पर्वतकर ने अपने हाथ का चाकू बंडी साबले के सिर पर मारा. बंडू साबले खून से सनी हालत में वहीं गिर पडे, पश्चात पिता के पास खडे धनंजय के पेट में रवि पर्वतकर ने चाकू घौंप दिया. धनंजय भी वहीं ढेर हो गया. उसके बाद रवि पर्वतकर ने बीच बचाव करने आये विश्वनाथ साबले के गुप्तांग पर चाकू मारा और उसके बाद हर्षा को जबरन अपनी दुपहिया मोटरसाइकिल क्रमांक एमएच 27/बीयू 1866 पर बिठाकर भाग गया. पश्चात गांव के पुलिस पाटिल की मदत से विजय साबले और मिरा ने तीनों को चांदूर बाजार के ग्रामीण अस्पताल में लाकर भर्ती किया. वहां डॉक्टरों ने बंडू साबले व धनंजय साबले को मृत घोषित किया तथा विश्वनाथ साबले यह गंभीर जख्मी होने से उन्हें अमरावती रेफर किया. पुलिस ने फरार हत्यारे रवि पर्वतकर के खिलाफ दफा 302, 307, 364 के तहत अपराध दर्ज किया है. चांदूर बाजार पुलिस फिलहाल फरार हत्यारे को तलाश रही है.
गिरफ्तारी के लिए तीन दल बनाए है
ससुर व साले की हत्या कर रवि पर्वतकर कुरलपुर्णागांव से फरार हो चुका है. उसकी गिरफ्तारी के लिये तीन दल गठीत किये गए है. हर्षा व रवि के पास रहने वाले मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस उन्हें तलाश रही है. हर्षा भी फिलहाल सहिसलामत है और हत्यारे को जल्द ही पुलिस गिरफ्तार करेगी, इस तरह का विश्वास चांदूर बाजार के थानेदार सुनील किनगे ने दै.अमरावती मंडल के साथ बातचित में व्यक्त किया है.