अमरावती के प्रमोद राठी का सुपुत्र भाग्यशाली !
डेढ घंटे पहले उस प्लेन से उतरा था प्रणव

* विमान में केवल स्क्रीन बंद, बाकी सब ठीक ठाक रहने का दावा
* पारूल विद्यापीठ के प्रतिनिधि मंडल में गया था लंदन
अमरावती/ दि. 13- अमरावती के सामान्य परिवार के प्रणव प्रमोद राठी बडे खुश किस्मत रहे. गुरूवार दोपहर अहमदाबाद में जो प्लेन धराशाही हुआ. उसी प्लेन से 9 घंटे का लंदन- अहमदाबाद सफर कर प्रणव राठी दोपहर 12 बजे अहमदाबाद विमानतल पर उतरे थे. अमरावती मंडल से फोन पर बातचीत में प्रणव ने बताया कि दोपहर 2 बजे जब भयानक दुर्घटना का समाचार मिला तो हम सभी स्तब्ध रह गये. हम सभी ने ईश्वर के प्रति लाख- लाख धन्यवाद दिए. प्लेन तीन घंटे देरी से अहमदाबाद पहुंचा था. यही दुर्घटना लैंडिंग के समय हो जाती तो ? यह सोचकर हम सभी सिहर उठे थे.
प्रणव ने बताया कि कुछ देर के लिए सभी मौन हो गये. किसी को कुछ कहते नहीं सूझा. प्रणव ने बताया कि प्रतिनिधि मंडल मेंं पारूल यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ. देवांग पटेल और 9 प्राध्यापक एवं वे स्वयं थे. यह प्रतिनिधि मंडल गत 3 जून को लंदन गया था. वहां एक अंतर्राष्ट्रीय परिषद में उपस्थित रहकर 5 दिनों तक 5 अलग- अलग विश्व विद्यालयों में गया. इनमें ईस्ट लंदन, सरे, मिडल सेक्स और लंदन की विद्यापीठ का समावेश रहा. सभी विश्वविद्यालयों से कोर्सेस के आदान प्रदान के बारे में पारूल विश्वविद्यालय के अनुबंध हुए हैं.
प्रणव राठी के अनुसार फ्लाइट नंबर 172 लंदन के ग्रीन वीक विमानतल से दो घंटा विलंब से उडी थी. केवल सीट के सामने की स्क्रीन नहीं चल रही थी. बाकी एसी और अन्य सुविधाएं ठीक ठाक रहने की बात प्रणव राठी ने बताई. उन्होंने बताया कि फ्लाइट को सुबह 9 बजे अहमदाबाद विमानतल पहुंच जाना था. वह तीन घंटे विलंब से पहुंचा. दोबारा उडान भरी तो विमान के साथ सदी का सबसे बडा हादसा हो गया. यह सोच कर सिहरन हो रही है कि कुछ देर पहले इसी विमान में हम लोग यात्रा कर रहे थे. भगवान को जितने प्रणाम करें कम हैं. 21 बरस के प्रणव ने कहा कि वे दुर्घटना में मृत लोगों और उनके परिवारों के प्रति निश्चित ही बडे संवेदना रखते हैं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना समस्त पारूल यूनिवर्सिटी ने की हैं.
प्रणव राठी के परिवार में माता-पिता और दो बहनें हैं. सभी ने प्रणव के सकुशल होने पर राहत की सांस ली है. तथापि हादसे को लेकर देशवासियों की तरह दु:खी है.