‘सोनल गरबो सिरे अंबे मां चालो धीरे-धीरे…’
एकवीरा देवी के सम्मुख ऐतिहासिक गरबा रास
* भाविकों का भक्तिपूर्ण सहभाग, हुई सुंदर आरती
अमरावती/दि.26- बडी देवी कहलाती एकवीरा के सम्मुख गत शाम गरबा रास का आयोजन पहली बार किया गया. आयोजन में महिला और पुरुष भाविक उत्साह से सहभागी हुए. एकवीरा के दरबार में गरबा रास खेलकर अपनी भक्ति को मां के चरणों में अर्पण किया गया. यह आयोजन जनार्दन स्वामी दुर्गा उत्सव मंडल के संस्थापक अध्यक्ष हेमंत मालवीय की पहल से और मंदिर संस्थान के सभी पदाधिकारियों की उत्साहपूर्ण सहमती एवं सहयोग से किया गया. गरबा गीतों से एकवीरा देवी मंदिर का दरबार गूंज उठा था. ‘चालो मैं दुर्गा रास में गरबे खेलिए आओ…, नाम रे सबसे बडा तेरा नाम ओ शेरावाली…, पंखिडा तू उडके जाना पावागढ रे…, सोनल गरबो सिरे अंबे मां चालो धीरे-धीरे…, ढोलिढा ढोल धिमो वघाड…’ आदि अनेक गरबा गीत पर विशेषकर महिला भाविक थिरक उठी थी. मातारानी के दरबार में ऐतिहासिक आयोजन में उत्साह से अनेकानेक भक्त और दर्शनार्थी सहभागी हुए. उन्हें सौभाग्यशाली माना जा रहा है. गरबा रास के रुप में अपनी आराधना, साधना समर्पित की. इस अवसर पर हेमंत मालवीय के साथ नीलम मालवीय, मानसी साहू, रिया जायस्वाल, स्वरा मालवीय, शिवनी मालवीय, रेखा रिणवा शेंद्रे, ज्योति कमल चावरे, वृंदा मुक्तेवार, बबीता मालवीय, पिंकी मालवीय, राधा मालवीय, कृष्णा मालवीय, आयुषी मालवीय, कंचन कडू, साक्षी उमक, आयुषी रोने, सिद्धी साहू, निवेदिता साहू, अनुष्का रोने, सारिका मुंडे, ज्योति साहू, सुरभी दम्माणी, स्वाति करवा, छाया मुंधडा, पूनम लढ्ढा, आरती साहू, कंचन पेठे, साहिली शाह, रोशनी खंडेलवाल, पूनम मिश्रा, स्वाति मिश्रा, राधिका गोयल, चंचल केडिया, प्रांजली शर्मा, सुनीता यादव विदर्भ के प्रसिद्ध गरबा गीत कोरियोग्राफर अंबू सेदानी और एकवीरा देवी संस्थान के पदाधिकारी उपस्थित थे. सुंदर आरती के साथ गरबा रास कार्यक्रम परिपूर्ण हुआ. मालवीय ने एकवीरा देवी संस्थान के सभी पदाधिकारियों का आयोजन के अनुमति हेतु आभार भी व्यक्त किया.